केकड़ी जिले के राज्य राज मार्ग 116 पर स्थित बघेरा गांव में ग्रेनाइट का उद्योग और खनन एक महत्वपूर्ण व्यावसायिक गतिविधि है। यह गांव राजस्थान राज्य के केकड़ी जिले में स्थित है और यहां ग्रेनाइट के खनन और उद्योग का विकास हो रहा है।

ग्रेनाइट एक प्रकार का कठोर पत्थर है जो मुख्य रूप से इमारतों, स्मारकों, मूर्तियों और विभिन्न नकाशी पत्रों के निर्माण में उपयोग होता है। बघेरा गांव में मौजूद ग्रेनाइट खदानों में उच्च गुणवत्ता वाले ग्रेनाइट पत्थर पाए जाते हैं। यहां के खदानों में विशेष रूप से पैंथर ग्रेनाइट पाया जाता है, जो अपनी सुंदरता और मजबूती के लिए प्रसिद्ध है।

ग्रेनाइट की उपलब्धता:

इस ग्रेनाइट की उपलब्धता आज से ही नही है वरन सेकड़ो वर्षों से ही थी । बघेरा कस्बे में बहुतयात मात्रा में पाए जाने वाला यह ग्रेनाइट्स बघेरा और आसपास के क्षेत्र में प्राचीन समय से ही बघेरवाल पत्थर के नाम से जाना जाता रहा है जो स्थानीय स्तर पर भी आज भी इसी नाम से जाना जाता है । प्राचीन मंदिर, किले, ऐतिहासिक इमारतों पर बड़े-बड़े ब्लॉक्स जिसे लागड़िया कहा जाता था आज भी इस बात का गवाह है । इस पत्थर इसकी बनावट, रंगरूप और क्वालिटी उपलब्धता के आधार पर इसे पेंथर के नाम से जाना जाने लगा है ।

बघेरा कस्बे और आसपास के क्षेत्र में आज दर्जनों ग्रेनाइट की खदानों में खनन का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है और दर्जनों गाड़ियों में हर रोज ग्रेनाइट के ब्लॉक दूसरे शहरों में भेजे जाते हैं जहां पर उनकी कटिंग और पॉलिश का कार्य किया जाता है उम्मीद की जाती है कि आने वाले समय में कटिंग और पॉलिश का कार्य भी बघेरा क्षेत्र में होने लगेगा, जो क्षेत्र के लोगों को और अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाएगा।

बघेरा गांव में ग्रेनाइट के खनन का उद्योग भी विकसित हो रहा है। यहां के स्थानीय लोग बल्कि राजस्थान ही नहीं देश के कई दूसरे राज्य से आए मजदूर ग्रेनाइट खदानों में काम करके अपने परिवारों को जीवनाधार उपलब्ध कराते हैं। यह उद्योग स्थानीय आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है और रोजगार के अवसर प्रदान करता है खदान मालिक कई सामाजिक सहकारियों में भी अपनी धर्म भूमिका निभा रहे हैं यही नहीं आने वाले समय में उनसे और भी कई उम्मीदें हैं जो पूरी होगी और क्षेत्र के विकास में अपनी सकारात्मक भूमिका तय करेंगे।

कस्बे में ग्रेनाइट खनन विकास कार्यों में नए आयाम स्थापित कर सकता है ऐतिहासिक और आध्यात्मिक स्थल के इमारतों के विकास कार्य में ग्रेनाइट व्यवसायिक लोगों का योगदान हो सकता है तथा विकास के नये आयाम स्थापित हो सकते है इसके लिए सम्भावनाये तरासे जाने की आवश्यकता है ।

मजबूती के लिए जाना जाता है बघेरा का यह ग्रेनाइट:

बघेरा गांव में ग्रेनाइट का उद्योग और खनन उच्च गुणवत्ता और प्रदर्शन के लिए प्रसिद्ध है। यहां के ग्रेनाइट पत्थर निर्माण के लिए विश्वस्तरीय मानकों को पूरा करते हैं। इसके अलावा, यहां से दर्जनों गाड़ियां में ग्रेनाइट के ब्लॉक निर्यात होते हैं। बघेरा गांव के ग्रेनाइट उद्योग ने पर्यावरणीय मामलों को महत्व दिया है और सुरक्षा और स्थायित्व के लिए उच्च मानकों का पालन किया है।

इस प्रकार, बघेरा गांव में ग्रेनाइट का उद्योग और खनन एक महत्वपूर्ण व्यावसायिक गतिविधि है जो स्थानीय आर्थिक विकास को बढ़ावा देती है और रोजगार के अवसर प्रदान करती है। इसके साथ ही, यह उद्योग ग्रेनाइट के उच्च मानकों को पूरा करता है और पर्यावरणीय मामलों को महत्व देता है।

इस मार्ग से पहुंचे बघेरा :

बघेरा भारत के राजस्थान राज्य के केकड़ी जिले की उपतहसील मुख्यालय है जो कि अजमेर संभाग के अंतर्गत आता है। बघेरा के पूर्व की ओर टोडा रायसिंह तहसील, पूर्व की ओर देवली तहसील, उत्तर की ओर मालपुरा तहसील पश्चिम दिशा में केकड़ी शहर, सरवाड तहसील है। यह जिला मुख्यालय अजमेर से पूर्व की ओर करीब 97 KM दूर स्थित है। केकड़ी से 20 किमी. राज्य की राजधानी जयपुर से 130 किमी। यहां से टोंक 65 km है । यहां पहुंचने के लिए जयपुर,अजमेर, टोंक सवाई माधोपुर ,मालपुरा ,देवली नसीराबाद, ब्यावर से वाहन सुविधा उपलब्ध रहती है। अजमेर, नसीराबाद तक रेल सेवा उपलब्ध है।

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