Day: May 5, 2024

काव्य/शायरी – अधूरे ख्वाब

कजरा लगा के बाग में न अकेले जाया करो !अल सुबह सोये फूलों को न जगाया करो!! कलियों के हसीन ख्वाबों को न तोड़ा करो !कलियों पर बैठे भँवरों को…

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