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भजन संध्या में डांसर का प्रदर्शन: धार्मिक मर्यादा पर प्रश्नचिह्न, संस्कारों की भूमि पर सांस्कृतिक अपसंस्कृति का बढ़ता चलन चिंता का विषय

एक समय था जब भजन संध्याएं आध्यात्मिक शांति, भक्ति और आत्मसाक्षात्कार का माध्यम मानी जाती थीं। मगर बीते कुछ समय से इस पवित्र परंपरा में एक विचित्र और निंदनीय बदलाव…

शेफाली जरीवाला कौन है ? जाने इनका पूरा जीवन परिचय

शेफाली जरीवाला नाम हाल ही में अचानक चर्चा में आया (15 दिसंबर 1982 – 27 जून 2025) भारतीय अभिनेत्री, मॉडल और रियलिटी टीवी स्टार थीं, जिन्हें ‘कांटा लगा गर्ल’ के…

धन तेरस कब है ? यह क्यों मनाया जाता है यह पर्व ? जाने इसका महत्व और पूजा विधि,क्या खरीदे इस दिन

धन तेरस यह पर्व कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन कुछ नया खरीदने की परंपरा है।” विशेषकर पीतल व चांदी के बर्तन खरीदने का…

अज़ीम प्रेमजी स्कॉलरशिप प्रोग्राम में मिलेगी प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति, कौन है इसके लिए पात्र और कैसे करें आवेदन

अज़ीम प्रेमजी स्कॉलरशिप प्रोग्राम ज़रूरतमंद छात्राओं को कॉलेज शिक्षा प्राप्त करने में आने वाली आर्थिक कठिनाईयों को कम करने का प्रयास करता है। चयनित छात्राओं को स्नातक डिग्री/डिप्लोमा प्रोग्राम की…

बीज उपचार (seed treatment) क्या है ? इसके क्या है फायदे,

कृषि प्रधान देश में कृषि का आधुनिक तरीके से करना आज की महती जरूरत है ताकि किसान भाइयों को कृषि की अच्छी पैदावार मिल सके । इस तरीके में बीज…

आरपीएससी ने जारी की विभिन्न 05 परीक्षाओं की प्रस्तावित परीक्षा तिथियां

अजमेर, 8 जुलाई (केकड़ी पत्रिका न्यूज पोर्टल) राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा सोमवार को 5 विभिन्न परीक्षाओं के आयोजन की प्रस्तावित परीक्षा का समय विभागचक्र/टाइम टेबल जारी कर दिया है।…

कविता/काव्य/शायरी – तुझ बिन विरहन

तुझ बिन दहके तन प्राण निकस रहे पिया ,सूनी सेज शूल चुभे बिरहनी मुरझाई पिया! मल्हार बन उमड़ आवो मोरे परदेसी पिया ,मुरझाई दूब बून्द गिरे हरियायी जाती पिया! तन…

काव्य/कविता – पर्ण कुटी

अपनी एक सुंदरतम पर्ण कुटीर बनाएंगे,घास पूस पत्तो से उसको खूब सजायेंगे! घर पर सनातन प्रतीक पताका फहराएंगे,रोशनी को कुटिया में घी का दीप जलाएंगे! सुरभि धेनु के गोबर से…

काव्य/शायरी: “रूह की ख़्वाहिश”

रूह में भला बिना ख्वाहिश उतरता कौन हैं,आँख मूंद भरोसा किसी पर करता कौन हैं! जान देने को अक्सर उल्फ़त में कहते तो हैं,पतंगे की तरह दीपक पर यूँ मरता…

निर्जला एकादशी का व्रत कब है ? 17 जून या 18 जून

ज्येष्ठ शुक्‍ल एकादशी तिथि को निर्जला एकादशी व्रत रखा जाता है। जेठ के महीने की भीषण गर्मी में बिना अन्‍न-जल ग्रहण किए निर्जला व्रत रखना बहुत कठिन होता है। इसलिए…

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