‘परिवार दिवस’ पर काव्य /शायरी
यह मेरा वह दूसरा,ओच्छा यह व्यवहार lवसुधैव कुटुबं की भावना,आज दिवस परिवार ll संयुक्त में ताकत भरी,एकल एकल खार lसंगठन में शक्ति कही,आज दिवस परिवार ll हिल मिल कर चलती…
(M.A. B.ED, NET, SET, Ph.d, LL.B)
यह मेरा वह दूसरा,ओच्छा यह व्यवहार lवसुधैव कुटुबं की भावना,आज दिवस परिवार ll संयुक्त में ताकत भरी,एकल एकल खार lसंगठन में शक्ति कही,आज दिवस परिवार ll हिल मिल कर चलती…
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