Category: Religious , Cultural & historical Issues

होलिका दहन कब ? और क्यों किया जाता है ?

सनातन धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक त्यौहार है होली और होली के त्योहार से जुड़ा हुआ है होलिका दहन। होलिका दहन कब और क्यों किया जाता हैं और…

भगवान विष्णु के अवतार वराह को समर्पित है बघेरा का वराह मंदिर

वराह मंदिर बघेरा राजस्थान के केकड़ी जिले में बघेरा कस्बे में स्थित है। यह मंदिर भगवान विष्णु के अवतार वराह को समर्पित है। यह मंदिर अपने आकर्षक स्थानीय वास्तुकला और…

विश्व की सबसे छोटी पगड़ी बनाने का रिकार्ड उदयपुर के दौलत सेन के नाम

राजस्थान में आज बान शान का प्रतीक माने जाने वाली पगड़ी का अपना इतिहास रहा है।इसी पगड़ी की रक्षा के लिए न जाने कितनी कुर्बानियां हुई न जाने कितना त्याग…

वर्तमान में संविधान में कितने अनुच्छेद,भाग और अनुसूचियां हैं ?

अक्सर एक सामान्य सा सवाल पूछा जाता रहा है कि वर्तमान में भारतीय संविधान में अनुच्छेदों की संख्या कितनी है ? कितने भाग और कितनी अनुसूचियां है।प्रतियोगिता परीक्षा की कुछ…

वराह सागर झील/Varah Sagar Lake कहां पर स्थित है ? इसका ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व क्या है।

वराह सागर झील राजस्थान के केकड़ी जिले में जिला मुख्यालय से करीब 18 किलोमीटर दूर स्थित ऐतिहासिक और आध्यात्मिक बघेरा कस्बे में उत्तर दिशा की तरफ स्थित यह झील एक…

ढोला-मारू कौन थे ? प्रेम का प्रतीक तोरण द्वार राजस्थान के किस गांव में है ?

प्रेम और प्रेम की निशानीयो का सवाल मन और मस्तिष्क में आते ही लोग ताज महल की बात करने लगते है लेकिन हम भूल जाते है की भारत प्रेम ,त्याग…

बघेरा कल्याण: बघेरा का कल्याण मंदिर अपनी ऐतिहासिकता, प्राचीनता और मीनाकारी की वजह से आज भी अपनी अलग पहचान रखता है।

राजस्थान के टोंक जिले में मालपुरा …जयपुर रोड पर डिग्गी ग्राम में कल्याण मंदिर जन-जन की आस्था का केंद्र बना हुआ है जो न केवल राजस्थान बल्कि भारत में भी…

अजमेर के तारागढ़ दुर्ग का मेवाड़ रियासत और टोंक जिले के आधुनिक कस्बे टोडारायसिंह से गहरा सम्बन्ध रहा है।

अजमेर जिले के अंतिम छोर पर बसे ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और पौराणिक गांव बघेरा से करीब 15 किलोमीटर दूर टोडारायसिंह (जिला टोंक) जो की एक तहसील मुख्यालय हैं, एक ऐतिहासिक कस्बा…

वराह मंदिर का निर्माण कब और किसने करवाया था ?(When and who built the Varaha temple ?)

वराह मंदिर का नाम सुनते ही केकड़ी जिले के विश्व प्रसिद्ध वराह मंदिर का खयाल मन और मस्तिष्क में आ जाता है । वैसे भारत के कई शहरों और कस्बों…

हाड़ी रानी की बावड़ी कहां है ? यह बावड़ी अपनी भूल भुलैया और वैभवता के कारण है प्रसिद्ध ।

धोरा की धरती ,वीर प्रसूता और आन- बान- शान और वैभव की धरती राजस्थान राज्य के टोंक जिले में संत पीपा की तपोभूमि टोडारायसिंह शहर में टोडारायसिंह-बघेरा-केकड़ी मार्ग पर स्थित एक ऐतिहासिक और…

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