Category: Religious , Cultural & historical Issues

हिन्दू एवं मुस्लिम की आस्था का केंद्र है बाबा रामदेव का मंदिर

जैसलमेर जिले के पोकरण के पास विश्व प्रसिद्ध बाबा रामदेव का मंदिर स्थित है जहां पर प्रतिवर्ष भादवा की दूज पर मेला भरता है जिसमें देश प्रदेश से करोड़ों श्रद्धालु…

शृंगार पर काव्य : गोविन्द नारायण शर्मा

शृंगार पर सार्थक काव्य इस रचना के रचनाकार गोविन्द नारायण शर्मा है यह इनकी मौलिक रचना है। ____________________________ अधर मोन हो गये पलक चिलमन बात,ना तू सुने ना मैं ये…

होलिका दहन कब ? और क्यों किया जाता है ?

सनातन धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक त्यौहार है होली और होली के त्योहार से जुड़ा हुआ है होलिका दहन। होलिका दहन कब और क्यों किया जाता हैं और…

भगवान विष्णु के अवतार वराह को समर्पित है बघेरा का वराह मंदिर

वराह मंदिर बघेरा राजस्थान के केकड़ी जिले में बघेरा कस्बे में स्थित है। यह मंदिर भगवान विष्णु के अवतार वराह को समर्पित है। यह मंदिर अपने आकर्षक स्थानीय वास्तुकला और…

विश्व की सबसे छोटी पगड़ी बनाने का रिकार्ड उदयपुर के दौलत सेन के नाम

राजस्थान में आज बान शान का प्रतीक माने जाने वाली पगड़ी का अपना इतिहास रहा है।इसी पगड़ी की रक्षा के लिए न जाने कितनी कुर्बानियां हुई न जाने कितना त्याग…

वर्तमान में संविधान में कितने अनुच्छेद,भाग और अनुसूचियां हैं ?

अक्सर एक सामान्य सा सवाल पूछा जाता रहा है कि वर्तमान में भारतीय संविधान में अनुच्छेदों की संख्या कितनी है ? कितने भाग और कितनी अनुसूचियां है।प्रतियोगिता परीक्षा की कुछ…

वराह सागर झील/Varah Sagar Lake कहां पर स्थित है ? इसका ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व क्या है।

वराह सागर झील राजस्थान के केकड़ी जिले में जिला मुख्यालय से करीब 18 किलोमीटर दूर स्थित ऐतिहासिक और आध्यात्मिक बघेरा कस्बे में उत्तर दिशा की तरफ स्थित यह झील एक…

ढोला-मारू कौन थे ? प्रेम का प्रतीक तोरण द्वार राजस्थान के किस गांव में है ?

प्रेम और प्रेम की निशानीयो का सवाल मन और मस्तिष्क में आते ही लोग ताज महल की बात करने लगते है लेकिन हम भूल जाते है की भारत प्रेम ,त्याग…

बघेरा कल्याण: बघेरा का कल्याण मंदिर अपनी ऐतिहासिकता, प्राचीनता और मीनाकारी की वजह से आज भी अपनी अलग पहचान रखता है।

राजस्थान के टोंक जिले में मालपुरा …जयपुर रोड पर डिग्गी ग्राम में कल्याण मंदिर जन-जन की आस्था का केंद्र बना हुआ है जो न केवल राजस्थान बल्कि भारत में भी…

अजमेर के तारागढ़ दुर्ग का मेवाड़ रियासत और टोंक जिले के आधुनिक कस्बे टोडारायसिंह से गहरा सम्बन्ध रहा है।

अजमेर जिले के अंतिम छोर पर बसे ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और पौराणिक गांव बघेरा से करीब 15 किलोमीटर दूर टोडारायसिंह (जिला टोंक) जो की एक तहसील मुख्यालय हैं, एक ऐतिहासिक कस्बा…

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