राधे गोविन्द प्रभात वन्दन

शंभू कंठ सम सागर नीला आकाश , उभय मिलन मानो क्षितिज अभ्यास! श्वेत पट्टिकाएं सोहे ज्यों निहारिकाएँ अम्बर भाल त्रिपुण्ड विलसती उल्काएँ! अम्बर मेघ मल्हार उमड़ घुमड़ आये, सखि पिया…

काव्य/कविता/मुक्तक “महकती ज़ुल्फ़”

वो महकती ज़ुल्फ़ घनेरी कजरे गहरे नयन,सुर्ख गुलाबी होंठ धवल चांदनी गोरा बदन ! तारों भरी रात मलयज महकी बहती बयार,उसकी पायल की रुनझुन वीणा की झंकार! कस्तूरी मृग सा…

अच्छी आदते बालक के सुखद भविष्य निर्माण का माध्यम

अच्छी आदत बालक के सुखद भविष्य का निर्माण तय करती है बिल्कुल! अच्छी आदते बालमन के विचारों को जीवन के कर्मिक विकास में एक नई दिशा प्रदान करते है जिससे…

काव्य/कविता/मुक्तक/-“तेरे इन लबो..”

इतरा रहा है गेसुओं की खुशबू पाकर खत तेरा,गेसुओं को खुला रख लिखा होगा खत तूने! चाय सी गुनगुनी गर्माहट है तेरे इन लबों में ,जाड़े का मौसम हैं जरा…

विद्या ददाति विनियम …. केवल श्लोक नहीं वरन जीवन निर्वाह का सूत्र

विद्या ददाति विनियम …. केवल श्लोक नहीं वरन जीवन निर्वाह का सूत्र,संस्कृत का यह उद्धरण एक श्लोक नहीं वरन जीवन के क्रमिक निर्वाह की अवधारणा का एक सार सारगर्भित लेख…

काव्य/मुक्तक/कविता: ऐसी थी वो…..

बड़ी सीधी साधी पर कमाल की रूपसी थी वो , बिन शृंगार ही जन्नत की हूर लगती थी वो!!१ कतरा भर पढा था उसकी कातिल निगाहों को , नश्तर सी…

गजल/शायरी:”यूँ चुप न रहो”

यूँ चुप न रहोअच्छा बुरा चाहे कुछ तो बोलो,मेरी खता नादानियां शिकवे कुछ तो बोलो ! सनम गम नाजुक जहन में दबाकर न रखो,कोई सुन न ले होले होले से…

भजन संध्या में डांसर का प्रदर्शन: धार्मिक मर्यादा पर प्रश्नचिह्न, संस्कारों की भूमि पर सांस्कृतिक अपसंस्कृति का बढ़ता चलन चिंता का विषय

एक समय था जब भजन संध्याएं आध्यात्मिक शांति, भक्ति और आत्मसाक्षात्कार का माध्यम मानी जाती थीं। मगर बीते कुछ समय से इस पवित्र परंपरा में एक विचित्र और निंदनीय बदलाव…

शेफाली जरीवाला कौन है ? जाने इनका पूरा जीवन परिचय

शेफाली जरीवाला नाम हाल ही में अचानक चर्चा में आया (15 दिसंबर 1982 – 27 जून 2025) भारतीय अभिनेत्री, मॉडल और रियलिटी टीवी स्टार थीं, जिन्हें ‘कांटा लगा गर्ल’ के…

बैलो से खेती करने वाले किसानों को 30,000 रुपए प्रोत्साहन राशि के लिए करे

सरकार बैलो से खेती करने वाले किसानों को प्रतिवर्ष ₹30,000 की प्रोत्साहन राशि प्रदान कर रही है। यह योजना उन किसानों के लिए है जो पारंपरिक तरीके से बैलो की…

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