गद्य/कहानी/रचना “आईने की व्यथा”

एक बार सभी आइने अपनी उपेक्षा से दुखी होकर मृत्यु लोक से विदा लेकर स्वर्ग लोक में चले गए ! वहां सृष्टी के निर्माता ब्रम्हा जी को अपनी व्यथा सुनाने…

अज़ीम प्रेमजी स्कॉलरशिप प्रोग्राम में मिलेगी प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति, कौन है इसके लिए पात्र और कैसे करें आवेदन

अज़ीम प्रेमजी स्कॉलरशिप प्रोग्राम ज़रूरतमंद छात्राओं को कॉलेज शिक्षा प्राप्त करने में आने वाली आर्थिक कठिनाईयों को कम करने का प्रयास करता है। चयनित छात्राओं को स्नातक डिग्री/डिप्लोमा प्रोग्राम की…

बीज उपचार (seed treatment) क्या है ? इसके क्या है फायदे,

कृषि प्रधान देश में कृषि का आधुनिक तरीके से करना आज की महती जरूरत है ताकि किसान भाइयों को कृषि की अच्छी पैदावार मिल सके । इस तरीके में बीज…

बघेरा ब्रह्माणी माता मंदिर में देवी का मूल स्वरूप आया सामने,भक्त उमड़ रहे हैं मूल स्वरूप का दर्शन करने के लिए..

धर्म और आध्यात्म से जुड़ी घटना: बात आस्था और विश्वास की है बघेरा ब्रह्माणी माता मंदिर में देवी का मूल रूप आया सामने,भक्त उमड़ रहे हैं नए रूप का दर्शन…

वो आंखों से ओझल हो गये !

रात रुक जाने की फरियाद करते रह गये, वो अनमने से भाव लिए सुबकते रह गये! दिल में बड़ी ख्वाहिशें संजोये उनकी तरफ से, हम से बेहतर कोई मिला शायद…

सावन:उमड़ घुमड़ बदरा आये

देख सखी उमड़ घुमड़ बदरा आये ,लगे यू ज्यों परदेशी पिया घर आये !सखी बिजुरियाँ चमक रही घन माही,साजन ढूंढ रहे अपनी प्यारी सजनी ! उमड़ घुमड़ बदरा बरखा बरसाए…

बरसात

बारिश की नन्ही बूंदे छमछम करत बरसत ,मन हरषत उपवन पिक मधुर गीत सुनावत! ताल तलैया हिलोरत कलरव गान करत खग,हरित धानी चुनर ओढ़ नवोढ़ा सजी बहुरंग! भँवरे मंडराते कलियां…

आरपीएससी ने जारी की विभिन्न 05 परीक्षाओं की प्रस्तावित परीक्षा तिथियां

अजमेर, 8 जुलाई (केकड़ी पत्रिका न्यूज पोर्टल) राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा सोमवार को 5 विभिन्न परीक्षाओं के आयोजन की प्रस्तावित परीक्षा का समय विभागचक्र/टाइम टेबल जारी कर दिया है।…

काव्य/शायरी: तलब

है वो गजब की बला मिर्ची से तीखी बहुत, फिर भी वो हर अंदाज में मुझे भाती बहुत! अब उससे कोई उम्मीद नही किया करता, करके कुछ उपकार मुझ पे…

कविता/काव्य/शायरी – तुझ बिन विरहन

तुझ बिन दहके तन प्राण निकस रहे पिया ,सूनी सेज शूल चुभे बिरहनी मुरझाई पिया! मल्हार बन उमड़ आवो मोरे परदेसी पिया ,मुरझाई दूब बून्द गिरे हरियायी जाती पिया! तन…

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