भूली बिसरी बातें -गांव में अब यह नही
गाँवां में वो पहले जैसी चौपाल अब नही,बरगद छांव नीचे ठहरती अब बारात नही! बींद बिंदोला जिमें नी जुआजुई खेल नही,बींदणी न लेबा पहला पावणां आवे नही! पनघट पर पनिहरिणों…
(M.A. B.ED, NET, SET, Ph.d, LL.B)
गाँवां में वो पहले जैसी चौपाल अब नही,बरगद छांव नीचे ठहरती अब बारात नही! बींद बिंदोला जिमें नी जुआजुई खेल नही,बींदणी न लेबा पहला पावणां आवे नही! पनघट पर पनिहरिणों…
तेरी चाहत दिल मे दबी पालूँ सेजाँ मिलन री प्रीत,खेलूँ तुझ संग बाजी प्रेम की तू हारे मैं जाऊं जीत! चाहत में तेरी सजन बंधी मन मिलन एक तरंग,तू कब…
तड़पती मेरे ख़ातिर पर मुझे खबर होने नही देती,वो मेरी उल्फत में हैं पर उजागर नही होने देती! ज़ालिम ऐसी सजाएँ कौन देता हैं आशिकों को ,जिसकी ताउम्र अदालत में…
सर्वहारा की बात जब अनसुनी की जाये !बहरो के आगे ढोल नगाड़े बजाये जाये !! अमीरों की कोठियों से धन निकाला जाये!भूखों को उनके हक को उकसाया जाये !! कब…
शिशिर मावठ ठिठुरन हाड़ कँपाती लहूँ जमाती,खुले अम्बर के नीचे चिथड़ों में गरीबी रात बिताती! डगमग डगमग गरदन हाले दांत बजे ज्यों खरताल,नासा रन्ध्र जम गई मुखविवर भट्टी सा सुलगे…
महफ़िल में बार बार किसी पर नजर गयी ,हमने बचाई लाख मगर फिर भी उधर गयी ! नजरबन्द जालिम नजर हमारी बहक गयी,उनसे मिली नजर,नजर हम पर ठहर गयी !…
वो नासमझ समन्दर को मीठा करने आया है,मुट्ठी भर शक्कर पुड़िया में बांधकर लाया है! कत्ल करके अस्थियां गंगा में बहाने लाया हैं,रंगकर हाथ खून से पापों को धोने आया…
मित्र हो तो सुदामा बनकर तांडुल खिलाओ !कृष्ण बन कर नंगे पैर दौड़ द्वार पर आओ !! फूल खुशबू वाले चाहिए बाग खूब लगाओ!भरी दोपहरी में पसीना बहा पानी पिलाओ…
अधर मोन हो गये पलक चिलमन बात,ना तू सुने ना मैं ये नैना भीतर मुलाकात ! चाँद सलोना मुखड़ा चितवन तिरछी चाल,पुष्पसर के वेग से बिन्धा मन पंछी बेहाल! उगते…
रूह में भला बिना ख्वाहिश उतरता कौन हैं,आँख मूंद भरोसा किसी पर करता कौन हैं! जान देने को अक्सर उल्फ़त में कहते तो हैं,पतंगे की तरह दीपक पर यूँ मरता…
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