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बघेरा केवल एक कस्बे का नाम ही नही,धर्म और इतिहास को समेटे हुये है ,आज समय की मांग और आवश्यकता जो विचारणीय है,

बघेरा केवल एक गाँव का नाम ही नही धर्म और इतिहास को समेटे हुये है ,समय की मांग और आवश्यकता जो विचारणीय है,           वक़्त बदलता है…

तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 के गुनहगार कौन है ?

गुनहगार हो गए टीजीटी 2012 वाले शिक्षित बेरोजगार अधिक अंक लाकर   पिछली कांग्रेस सरकार के द्वारा पंचायती राज विभाग के माध्यम से तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 की गई थी…

गौरैया चिड़िया न जाने कहां गुम हो गई इंसानों के बीच रहा करती थी आज की पीढ़ी उनसे अनजान हो गई

गौरैया चिड़िया न जाने कहां गुम हो गई इंसानों के बीच रहा करती थी आज की पीढ़ी उनसे अनजान हो गई    फ़ोटो में दिख रही है  इस छोटी सी …

विश्व पृथ्वी दिवस:कैसे चुकाये धरती मां का कर्ज

22 अप्रेल – पृथ्वी दिवसधरती ने हमे दिया सब कुछ,वक़्त हैं हम भी तो देना सीखे   ———————————————— इस मिट्टी का कर्ज था मुझ पर मैंने वह कर्ज उतारा एहसान…

विश्व पुस्तक दिवस कब और क्यों मनाया जाता है ?

“माना तू टुकड़ा ही सही एक कागज का लिखा जाता है उसी पर इतिहास दुनिया का,कागज कागज को मिलाकर किताब बनती है तासीर हो कलम में तो किताब कालजयी बनती है “ कब…

पंचायतो के लिये बने मास्टर प्लान तभी हो सकता है गांधी के राम राज्य की स्थापना का सपना साकार

राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस 24 अप्रैल   —————————————————हर ग्राम पंचायत की आवश्यकतानुसार वार्षिक या पंचवर्षीय योजना का निर्माण होपंचायत राज विभाग द्वारा हर ग्राम पंचायत की आवश्यकता को मध्य नजर…

महावीर जयंती:महावीर स्वामी का जन्म कब हुआ था ? भगवान महावीर के विचारों की प्रासंगिकता

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी समाज में रहकर ही उसका सामाजिकरण होता है उसी  समाजीकरण की प्रक्रिया के दौरान उसे अनेक प्रकार के सामाजिक आयामो से रूबरू होना पड़ता है और…

अपनों से ही इतनी बेरुखी क्यों ? कारण जानकर आप भी चौंक जाएंगे ।

 मानवीय मूल्यों और  रिश्तो की उपेक्षा :- कारण  संक्रमण का डर,संवेदनहीनता,गैरजिम्मेदाराना, इंसान की बेबसी या फिर कोई मजबूरी ।         खुले आंगन में लकड़ी के एक तख्त…

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