काव्य/शायरी:एक पल का एहसास
एक पल का एहसास बन कर आती हो तुम ,दूसरे ही पल ख़्वाब बन उड़ जाती हो तुम ! जानती हो लगता हैं डर मुझे तन्हाइयों से ,फिर भी हर…
(M.A. B.ED, NET, SET, Ph.d, LL.B)
एक पल का एहसास बन कर आती हो तुम ,दूसरे ही पल ख़्वाब बन उड़ जाती हो तुम ! जानती हो लगता हैं डर मुझे तन्हाइयों से ,फिर भी हर…
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