बालश्रम निषेध और भारतीय संविधान
न सुख की चिंता ,न दुःखो का गम ऐसा ही होता है बालपन,जी हां ,बालपन, बाल अवस्था ओर बचपन जीवन की खुशनुमा और स्वर्णिम अवस्था है अब बचपन तो बचपन होता…
(M.A. B.ED, NET, SET, Ph.d, LL.B)
न सुख की चिंता ,न दुःखो का गम ऐसा ही होता है बालपन,जी हां ,बालपन, बाल अवस्था ओर बचपन जीवन की खुशनुमा और स्वर्णिम अवस्था है अब बचपन तो बचपन होता…
धर्म, अध्यात्म, सांस्कृतिक मूल्यों, गौरव ,शौर्य और स्वामीभक्ति की अमर कथाओ की पर्याय हमारी यह धरा अपने आंचल में अनेक, धार्मिक, पौराणिकता ,आध्यात्म तथा सभ्यताओं संस्कृतियों और इतिहास को समेटे…
आत्म हत्या:कुछ सपनों के खो जाने से जीवन नहीं मरा करता जिंदगी ईश्वर का अनमोल उपहार है आत्महत्या समस्याओं का हल नहीजंदगी तो एक जंग है इसे हर इंसान को लड़ना…
( फादर्स डे 21 जून) “सीना छेद कर छलनी कर देते है लोग,,सहज ही अपनी पर क्यो आ जाते है लोग, जीते जी तो सम्मान करते नही उनका, मरने पर…
(सोशल मीडिया दिवस 30 जून) आज हर जेब मे एंड्राइड /स्मार्ट मोबाइल और मोबाइल के माध्यम से एक दूसरे से जुड़ाव । जहा देखो हर कोई मोबाइल पर अपनी अंगुलिया…
इतिहास और पौराणिकता की दृष्टि से बघेरा ओर जैन धर्म का संबध केकड़ी जिले का बघेरा कस्बा पौराणिकता, आध्यत्मिकता, ऐतिहासिकता के दृष्टिकोण से अपनी अलग ही पहचान रखता है ।…
कार्ड बनाते बनाते जिंन्दगी का कार्ड खत्म हो जाता है एक देश,एक व्यक्ति एक कार्ड क्यों नही….. जिसे देखो वही कार्ड की बात करता है जिसे देखो वह कार्ड…
मेरा एक अजीज मित्र है जिसका नाम है विकास और वह सीकर जिले के एक गांव में रहता है बहुत ही अच्छे व्यक्तित्व और विचारधारा का…
विश्व बुजुर्ग दिवस ( 01 अक्टूबर ) पर विशेष … राजस्थान के जाने-माने कवि और मेरे आदर्श औऱ जिनका मुझे हमेशा ही सानिध्य प्राप्त हुआ है कविराज चंद्र…
राहगीर को तो चलते रहना है चलते रहो राह पर आगे बढ़ते रहना है– एक वह दोर था जमाना था बचपन का जब स्कूल में पढ़ा करते थे…
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