राजस्थान में 16वीं विधानसभा के चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी को मिले अपार बहुमत और 15 दिसंबर को मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह के बाद 05 जनवरी 2024 को मंत्रियों को उनके विभाग का बंटवारा कर दिया गया है।
ध्यातव्य: शासन कार्य नियमावली नियम 05 के अनुसरण में राजस्थान के राज्यपाल महोदय श्री कलराज मिश्र ने मुख्यमंत्री के परामर्श से प्रत्येक मंत्री को विभागो का बंटवारा कर दिया।
- मंत्रियों के नाम और उनके विभाग की सूची
श्री भजनलाल शर्मा मुख्यमंत्री: कार्मिक विभाग आबकारी विभाग गृह विभाग योजना विभाग सामान्य प्रशासन विभाग नीति निर्धारण प्रकोष्ठ मुख्यमंत्री सचिवालय सूचना एवं जनसंपर्क विभाग भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ऐसी भी
- कैबिनेट मंत्री
1 सुश्री दिया कुमारी उपमुख्यमंत्री: वित्त विभाग,पर्यटन विभाग,कला, साहित्य, संस्कृति,और पुरातत्व विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, बाल अधिकारिता विभाग।
2 डॉ प्रेमचंद बेरवा उपमुख्यमंत्री:तकनीकी शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, आयुर्वेद योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्धा एवं होम्योपैथी(आयुष) विभाग परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग।
3 श्री किरोड़ी लाल: कृषि एवं उद्यानिकी विभाग,ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग,आपदा, प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग,जन अभियोग निराकरण विभाग,
4 वीरेंद्र सिंह: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं(ई एस आई)
5 कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़: उद्योग एवं वाणिज्य विभाग,सूचना,प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग युवा मामले और खेल विभाग, कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता विभाग, सैनिक कल्याण विभाग।
6 मदन दिलावर: विद्यालय शिक्षा विभाग (स्कूल एजुकेशन) पंचायत राज विभाग, संस्कृत शिक्षा विभाग।
7 श्री कन्हैया लाल:जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग,भूजल विभाग
8 श्री जोगाराम पटेल: संसदीय कार्य विभाग, विधि एवं विधाई कार्य विभाग और विधि परामर्शी कार्यालय, न्याय विभाग।
9 श्री सुरेश सिंह रावत: जल संसाधन विभाग, जल संसाधन (आ) विभाग
10 श्री अविनाश गहलोत: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग।
11सुमित गोदारा: खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, उपभोक्ता मामले विभाग।
12श्री जोगाराम कुमावत: पशुपालन एवं डेयरी विभाग, गोपालन विभाग,देवस्थान विभाग।
13 श्री बाबूलाल खराड़ी: जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग,गृह रक्षा विभाग।
14 श्री हेमंत मीना : राजस्व विभाग, उपनिवेशन विभाग।
ध्यातव्य: मुख्यमंत्री सहित कैबिनेट में कुल 15 मंत्री है।
- राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार)
1 श्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी: कृषि विपणन विभाग,कृषि सिंचित क्षेत्र विकास एवं जल उपयोगिता विभाग,इंदिरा गांधी नहर विभाग, अल्पसंख्यक मामलात एवं वफ्फ बोर्ड बोर्ड का प्रभार दिया गया था पर चुनाव हार जाने के कारण त्यागपत्र दे दिया।
(करणपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव हार गए ज्ञात हो कि करणपुर में 5 जनवरी 2024 को चुनाव हुए है जिसमे उनकी पराजय हुई है।)
सुरेंद्र पाल सिंह ने दिया त्यागपत्र : राज्यपाल कलराज मिश्र ने सुरेंद्रपाल सिंह टीटी के त्यागपत्र को किया स्वीकार कर लिया है। ज्ञात हो की मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सुरेंद्रपाल सिंह टीटी का त्यागपत्र राज्यपाल को अग्रेषित किया जिसे राज्यपाल ने तत्काल प्रभाव से किया स्वीकार है।
2 श्री संजय शर्मा: वन विभाग, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग।
3 श्री गौतम कुमार: सहकारिता विभाग, नागरिक उड्डयन विभाग।
4 श्री झाबर सिंह खर्रा: नगरीय विकास विभाग, स्वायत शासन विभाग।
5 श्री हीरालाल नागर: विभाग
ध्यातव्य : राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) में मंत्रीयों की संख्या फिलहाल पांच है।
- राज्य मंत्री
1 श्री ओटाराम देवासी: पंचायत राज विभाग,ग्रामीण विकास विभाग, आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग।
2 डॉ मंजू बाघमार: सार्वजनिक निर्माण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, बाल अधिकारिता विभाग।
3 श्री विजय सिंह: राजस्व विभाग, उपनिवेशन विभाग, सैनिक कल्याण विभाग।
4 श्री कृष्ण कुमार (के के) बिश्नोई:उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, युवा मामले और खेल विभाग, कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता विभाग, नीति निर्धारण विभाग।
5 श्री जवाहर सिंह बेढम: गृह विभाग, गोपालन विभाग, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, मत्स्य विभाग।
ध्यातव्य: उपरोक्त के अतिरिक्त अन्य वितरित विभागों का कार्य मुख्यमंत्री स्वयं देखेंगे।
ध्यातव्य: कैबिनेट मंत्रियों राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के अतिरिक्त राज्य मंत्रियों की संख्या 5 है इस प्रकार मंत्रियों में विभागों के बंटवारे के समय (05 जनवरी) तक उनकी कुल संख्या 25 है।
ध्यातव्य: राजस्थान में मंत्रियों की अधिकतम संख्या मुख्यमंत्री सहित 30 हो सकती है।
ध्यातव्य : 91वे संविधान संशोधन के द्वारा यह प्रावधान किया गया कि विधानसभा के कुल सदस्य संख्या का अधिकतम 15% व्यक्तियों को ही मंत्री बनाया जा सकता है।
ध्यातव्य: इस प्रकार राजस्थान में विधानसभा के सदस्यों की संख्या 200 होने के कारण मंत्रियों की अधिकतम संख्या 30 हो सकती है मुख्यमंत्री सहित।