प्रणय मिलन
@ गोविन्द नारायण शर्मा ख्वाब मल्लिका सुखद प्रणय दीदार कब होगा,ओ मेरी हृदेश्वरी तेरा ये शृंगार कब पूरा होगा! तेरे माथे की बिंदियां प्राची में उदित भानु सी,मुखचन्द्र बिखरी अलकें…
(M.A. B.ED, NET, SET, Ph.d, LL.B)
@ गोविन्द नारायण शर्मा ख्वाब मल्लिका सुखद प्रणय दीदार कब होगा,ओ मेरी हृदेश्वरी तेरा ये शृंगार कब पूरा होगा! तेरे माथे की बिंदियां प्राची में उदित भानु सी,मुखचन्द्र बिखरी अलकें…
@ गोविन्द नारायण शर्माछोटी छोटी बातों में मुझे पड़ना नही आता ,तू ये न समझ की मुझे लड़ना नही आता! बेकार है तमाम तालीम उस जनाब की,गमजदा लोगो के चेहरे…
You cannot copy content of this page