Month: May 2021

चीनी वस्तुओ का बहिष्कार जनता के साथ अब सरकार भी एक्शन में

चीनी वस्तुओ का बहिष्कार जनता के साथ अब सरकार भी एक्शन में          पिछले दिनों भारत के लद्दाख की गलवान घाटी में चीन और भारतीय सैनिकों के बीच…

“बघेरा विकास परिषद ” का गठन आज की आवश्यकता

     विकास मतलब परिवर्तन , लेकिन हर परिवर्तन विकास नही होता । वह परिवर्तन  जो  सकारात्मकता की ओर ले जाता है या वह परिवर्तन जो आगे की ओर ले…

प्राचीन स्तंभ धराशाही जन सहयोग से किया नया स्थापित

शूर वराह  मंदिर में प्राचीन कीर्ति स्तंभ धराशाई हुआ जनता ने उठाया नवीन कीर्ति स्तंभ स्थापित करने का बीड़ा ।आगामी पूर्णिमा 30 नवंबर 2020 को होगी नवीन कीर्ति स्तंभ की प्राण…

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI)की स्थापना कब और कहां हुई ? RBI की स्थापना में अंबेडकर की भूमिका।

 बैंको का बैंक यानी RBI इसकी स्थापना को लेकर अक्सर कन्फ्यूजन रहता है RBI की स्थापना 1935  में हुई या 1937 में । इस कन्फ्यूजन का समाधान की   रिजर्व बैंक…

कुछ इस तरह बनाये अपने जन्मदिन को यादगार

 🎂 पिछले कुछ दिनों से शहर हो या कस्बा हो या छोटा गांव जन्मदिन मनाने की एक अलग ही संस्कृति विकसित हो गई है निश्चित रूप से जन्मदिन खुशी का मौका…

जिंदगी में कुछ सीखना है तो अपना लो इसे बस

         जीवन में सीखते रहना  मानव की जन्मजात प्रवृत्ति है लेकिन जब व्यक्ति में सीखने की इच्छा, सीखने की ललक, सीखने की जिज्ञासा, न हो तो सीखने की…

इस वजह से लक्ष्य से भटक जाते है लोग

जाने अनजाने में जिंदगी के सफर में कुछ घटनाएं कुछ किस्से और कुछ कहानियां जिंदगी में कभी कभी ऐसा सबक और संदेश दे जाती है जिनका जिंदगी के सफर में…

विधानसभा चुनाव का हर उम्मीदवार अपने विधानसभा क्षेत्र के लिए भी घोषणा पत्र जारी करें क्षेत्र के विकास की क्या होगी प्राथमिकताएं

 लोकतंत्र में देश में लोकसभा के चुनाव हो या राज्य विधानसभाओं के चुनाव लगभग सभी पार्टियां सभी दल अपने अपने घोषणा पत्र अपने -अपने एजेंडे जारी करता है, लोकसभा चुनाव में…

जिंदगी के सफर में जरा संकीर्ण सोच से बाहर निकलकर देखो तो सही

  उपरोक्त शीर्षक से  संबंधित  विषय पर बात करने से पूर्व  मैं आपको एक ऐसे प्रसंग की ओर ले जाता हूं  यह प्रसंग  जिसने भी बनाया या जिसने किसकी  ने भी…

एक संविधान,एक टेक्स तो देश की एक राष्ट्रभाषा क्यों नहीं

 प्रतिवर्ष 14 सितंबर को  हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है  ये कैसी विडंबना है की वर्ष में एक बार हिंदी को नारों में जनसभाओं में मीटिंग में बैठक…

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