क्षेत्रीय विधायक और राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा जी शर्मा की अनुशंसा पर पिछले दिनों ऐतिहासिक और आध्यात्मिक कस्बा जो अब ग्रेनाइट व्यवसाय का केंद्र व नगरीय संस्कृति की ओर बढ़ रहा है । यह कस्बा अजमेर-  टोंक राज्य राजमार्ग 116 पर बसा है । काफी लम्बे वक़्त से PHC को CHC में क्रमोनत किये जाने की मांग को मध्यनजर रखते हुए, इस कस्बे में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में क्रमोन्नत किए जाने की घोषणा की मंत्री जी के इस निर्णय से क्षेत्र में हर्ष और उल्लास का माहौल है।

कहते हैं आवश्यकता आविष्कार की जननी है, आज की जरूरत और भविष्य की आवश्यकताओं और विस्तार की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए ,आगामी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक मास्टर प्लान के तहत भवन निर्माण,इसके लिये उपयुक्त स्थान के चयन,के सम्बंध में उचित निर्णय किया जाने की आवश्यकता रहती है।

  • नवीन अस्पताल भवन कहा बने हो रही है चर्चा

एक तरफ जहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में क्रमोन्नत किए जाने पर उल्लाष हैं ,हर्ष उमंग है, वहीं दूसरी ओर आम जनता के बीच यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बघेरा का नया भवन कहां बनाया जाए देखा । जाए तो यह एक सोचनीय विषय जरूर भी विषय है ।

अब जब चर्चा चल ही गई है तो उन सभी स्थानों के बारे में चर्चा कर ली जाए जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन बनाए जाने की संभावनाएं हैं , जनता में जिन जगहों की चर्चा है।

जनहित में जितना आवश्यक यह है कि जल्द भवन निर्माण का कार्य शुरू हो, उतना ही जरूरी है कि इनके लिए उचित जगह का चयन हो । उसके बाए में स्थानीय जनता और स्थानीय प्रशासन, सम्बधित विभाग ,और जन प्रतिनिधि स्थान के लाभ और उसकी हानियों को मध्य नजर रखते हुये निर्णय करे ।

नवीन भवन निर्माण की चर्चाओं के बीच दो -तीन जगहों की चर्चा आम जनता के बीच हो रही है। हर जगह के आने अपने फायदे है तो कुछ नुकसान है ,लोगों की अपनी अपनी सोच हो सकती है,सब के अलग अलग विचार, मत, दृष्टिकोण,और तर्क हो सकते है ।

  • पुराने अस्पताल परिसर में बनने की चर्चा

राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नवीन भवन निर्माण हेतु जगह के चयन को लेकर जो चर्चाएं हो रही है। उनमे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन निर्माण की संभावनाओं को तलाशे जाने में, वर्तमान अस्पताल परिसर में ही बनाए जाने की चर्चा हो रही है। इसके अपने फायदे नुकसान है ।

  • पुराने अस्पताल ही बनने के फायदे/नुकसान

वर्तमान अस्पताल परिसर में ही नवीन भवन बनाए जाने पर चर्चा हो रही है इस पर विचार मंथन किया जाए तो इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह कस्बे के बिल्कुल समीप है, लोगों के आने-जाने में सुविधा रहेगी ,यह गांव के बिल्कुल नजदीक होने से आम जनता की पहुंच में आसानी से हो सकती है  । साथ ही इस भवन को खाली कर देने से इस स्थान की देखरेख नही हो पायेगी, डर है कि यह कही अतिक्रमण के भेंट न चढ़ जाये।

लोगो का मानना की जब यह जगह ही उपयुक्त है, जगह पर्याप्त है तो इसे गांव के अन्दर से कही बाहर ले जाने की क्या जरूरत है ? अगर यह जगह विभाग के मापदंड परे करे तो विचार कर लेना चाहिये ।

 वही दूसरा पक्ष यह है कि भविष्य में अस्पताल की सुविधाओं की आवश्यकता, संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह जगह पर्याप्त नहीं मानी जाती है क्योंकि आने वाले लगभग 20-25 वर्षों के दृष्टिकोण से देखा जाए तो अस्पताल में चिकित्सा सुविधाएं बढ़ेगी, ट्रोमा सेंटर की संभावना से नकारा नही जा सकता,चिकित्साकर्मियों के लिए क्वार्टर की आवश्यकता  होगी।  इन सबके लिए यह जगह उपयुक्त नही रहेगी और न पर्याप्त रहेगी । यह एक सोचनीय बिंदु जरूर हो सकता है। 

नवीन भवन निर्माण के लिए अगर कहीं दूसरी जगह भूमि अधिग्रहण/अवाप्त होती है तो उसमें वक्त लग सकता है जबकि यही पुराने अस्पताल में ही भवन बनाए जाने के समर्थक यह कहते हैं की यहीं पर नवीन भवन बनने में भूमि अवाप्ति /अधिग्रहण/अलॉटमेंट का इंतजार नहीं करना पड़ेगा और निर्माण कार्य शीघ्र शुरू हो सकता है।

  • बाईपास के आसपास / फ़िल्टर प्लांट की खाली जगह में बनाने की चर्चा

गांव के कुछ युवा साथियों की माने तो अस्पताल के लिए सबसे उपयुक्त जगह बाईपास के आसपास कहीं हो सकती हैं,वह  बीसलपुर परियोजना फ़िल्टर प्लांट की भूमि भी हो सकती है।

  • बाई पास फ़िल्टर प्लांट पर बनने के फ़ायदे/नुकसान

इसका समर्थन करने वालो का मानना है कि अस्पताल के विस्तारीकरण, भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए विकास की संभावनाओं, स्टाफ क्वार्टर्स और राजस्थान राज्य राजमार्ग 116 पर स्थित होने को मदन मध्य नजर रखते हुए यही जगह सबसे उपयुक्त बता रहे हैं क्योकि यह जगह गांव से कोई दूर नही है। पर्याप्त जगह मिल सकती है ।विस्तारीकरण में कोई समस्या नही आयेगी ।

ध्यातव्य


ज्ञात हो कि पिछले दिनों माननीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा जीव विभाग, सरकार द्वारा के बालिका स्कूल को उच्च माध्यमिक विद्यालय में क्रमोनत की जाने की घोषणा की थी । सरकार और मंत्री महोदय का यह एक काबिल ऐ तारीफ निर्णय है । इससे बालिका शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा ।

भविष्य में इस स्कूल के लिए एक बड़े परिसर की जरूरत पड़ेगी  जो गांव की चार दिवारी या इसके आस पास ही हो ताकि बालिकाओं को आने जाने में कोई परेशानी न हो । अगर इस दृष्टिकोण से देखा जाए तो वर्तमान अस्पताल परिसर बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के लिए सबसे उपयुक्त स्थान हो सकता है।  गांव के बिल्कुल नजदीक और खेल मैदान के दाएं बाएं दोनों सीनियर सेकेंडरी स्कूल का होना इसका एक प्लस पॉइंट भी है।

  • दोनों स्थान उपयुक्त विरोध के लिये विरोध न हो

अस्पताल के नवीन भवन के निर्माण हेतु वर्तमान परिसर को छोड़कर कही और दूसरे स्थान पर  बनाए जाने का विरोध भी किया जाता है और कुछ नागरिकों द्वारा इसी परिसर में बनाने, कही और बानने का समर्थन भी किया जा रहा है, लेकिन इन सबका आधार क्या है ? वर्तमान अस्पताल परिसर भी उपयुक्त जगह ही सकती है लेकिन उसके फायदे जनप्रतिनिधियों ओर विभाग को बताने होंगे । अगर विभाग और जन प्रतिनिधि इस स्थान को उपयुक्त मानने है यह मापदंड पूरे करती है तो किसी कोई कोई समस्या नही होनी चाहिये ।

लोगो का मानना है कि यह पहुँच में है,तो क्या केवल इसी लिए विरोध है कि यह दूर है ,लेकिन यह कोई दूरी में दूरी नही। कुछ वक्त पहले डॉ रघु शर्मा जी के द्वारा केकड़ी में नए अस्पताल को इतनी दूर बनाए जाने की पुरजोर खिलाफत हुई थी लेकिन आज उन सभी उस स्थान को ही उपयुक्त मान रहे है और सुविधाओं का लाभ उठाया जा रहा है किसी को कोई समस्या नही ।

विस्तारीकरण की हो और बढ़ रहे काफी गांव और कस्बों का इतिहास उठाकर देख लीजिए अस्पताल हो या बस स्टैंड या कोई और विभाग गांव से बाहर उचित स्थान पर ही होता है ।

कल अगर कोई उप तहसील कार्यालय बनता है या कोई सरकारी बिल्डिंग आती है तो फिर यही कहेंगे कि उसके गांव में आसपास ही बनाओ । हमे ध्यान रखना होगा कि आज नही तो कल आगे तो बढ़ना ही होगा ।

भविष्य में गांव में कोई महाविद्यालय खुल जाए, भले आज नही पर कभी न कभी तो होगा और इन संभावना से नाकारा भी नही जा सकता , तो क्या यही कहेंगे  बच्चे इतनी दूर पढ़ने कैसे जाएंगे ?

  • विभाग के जमीन देने,नही देने का सवाल

सवाल यह भी है और किया भी जा रहा है कि जलदाय विभाग PHED अपनी जमीन नहीं देगा अरे भाई विभाग जमीन देगा या नहीं देगा ? यह सरकार और विभाग व जन प्रतिनिधियों की समस्या है । यह सरकार और विभाग पर छोड़ देना चाहिए ।

माना विभाग जमीन नही देता है भी तो कोई बात नही जहां है विभाग नया भवन वही पुराने परिसर में ही बन जाएगा । अगर सरकार और विभाग जमीन दे देती है तो क्या फिर भी इसका विरोध करोगे ? 

जलदायक विभाग के जमीन देने नही देने के अलावा बाईपास पर सम्भावनाये और भी बहुत कुछ है उनसे नकारा नही जा सकता है। बस इच्छा शक्ति की जरूरत है ।

  • कस्बे के होगा विकास बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नई बिल्डिंग बनने, भविष्य में बनने वाली सरकारी बिल्डिंग्स उपयुक्त स्थान पर बनेगी तो लोगों को रोजगार के साधन मिलेंगे। बालिकाओं को सही वातावरण में गांव के समीप ही शिक्षा की सुविधा मिलेगी । बालिका शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा । गांव के संसाधनों का विकास होगा। गांव के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र में निवास करने वाले व्यक्तियों को भी इन सभी सुविधाओं का लाभ मिले ऐसा प्रयास हो।

  • प्रशासन ,विभाग और जनप्रतिनिधि ले सही और सटीक निर्णय

सवाल कई है दोनों जगह के अपने अपने फायदे और नुकसान है लेकिन सभी पर विचार विमर्श मंथन करने के उपरांत ,जो भविष्य की संभावनाओं को पूरा करता हो ,बालिका शिक्षा में किसी प्रकार का व्यवधान ना आए, जो भी उचित हो निर्णय करे।  सरकार और जनप्रतिनिधि स्वयं भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए, आम जनता के हित में जो भी किया जाना उचित होता है  वही करेंगे ऐसा विश्ववास है।  निश्चित रूप से आशा और अपेक्षा की जा सकती है की वह जनहित में शीघ्र निर्णय करेंगे ।

कही देर न हो जाये

काफी लंबे इंतजार के बाद कस्बे और आसपास के क्षेत्र के लोगों के लिए यह सुविधा मिलने वाली है। जहां पर भी नवीन भवन बनाए जाने का निर्णय हो यथाशीघ्र हो । आपसी खींचतान में कहीं देर ना हो जाए । कहीं कोई नुकसान ना हो जाए। अभी घोषणा हुई लगभग 2 सप्ताह का वक्त हुआ है और जमीन भवन निर्माण का कार्य शुरू हो गया है जो कि आम जनता के हित में है । निकली है गंगा उसमें नहा लेना चाहिए वक्त है अभी हमें आगे बढ़ने की सोच के साथ चलना चाहिए।

  • ध्यातव्य 

आप मेरे विचारों से सहमत हो या ना हो पर विचार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता मेरा अधिकार है । मैंने जो कुछ एहसास किया है। मैंने जो को उचित समझा है। उस बारे में अपने विचार रखे हैं ।

दोनों स्थानों के अपने अपने फायदे और नुकसान है उन सबका वर्णन करने का प्रयास किया है। अब निर्णय आपके हाथ में हैं कि आप क्या करते हैं ? क्या करना चाहते हैं ? क्या सोचते है। सरकार विभाग, क्या निर्णय करती है ।

By admin

One thought on “CHC के नवीन भवन के लिये हो उचित स्थान का हो चयन । कौनसी जगह रहेगी उपयुक्त ? ताकि विकास को मिले गति ।”

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