सोमवार 2 मई 2022 का दिन न केवल एक भारतीय महिला शक्ति के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए खेल के क्षेत्र में एक स्वर्णिम इतिहास रचने के दिन के रूप में याद रखा जाएगा । यूनान के हेराकलियोन में आयोजित आईडब्ल्यूएफ जूनियर विश्व चैंपियनशिप में भारत की युवा वेटलिफ्टर हर्षदा शरद गरुड ने स्वर्ण पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया जाए। किया।
- इस चेम्पियनशिप में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय भारोत्तोलक बनीं
ज्ञात हो कि हर्षदा इस चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय भारोत्तोलक बनीं। महिला 45 किग्रा में कुल 153 किग्रा (70 किग्रा और 83 किग्रा) वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता है।
ज्ञात हो कि भारोत्तोलन के क्षेत्र में जूनियर विश्व चैंपियनशिप में इससे पहले 2013 में मीराबाई चानू ने कांस्य जबकि 2021 में अचिंता श्युली ने रजत पदक जीता था हर्षदा ने अब एक बार फिर देश का गौरव बढ़ाया है । ये गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय भारोत्तोलक बनी है।
- कौन है भारोत्तोलक हर्षदा शरद गरुड़
सन 2003 में जन्मी हर्षदा अपने पिता शरद गरुड़ की प्रेरणा से जो भी भारोत्तोलक थे और महाराष्ट्र के लिए खेले थे उन्होंने बचपन से ही अपनी बेटी को भारोत्तोलन के क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा देतव रहे ओर उसे प्रोत्साहित करए थे। हर्षदा मात्र 12 साल की उम्र में भारोत्तोलन से जुड़ी और ” खेलो इंडिया युवा खेलों “में अंडर-17 लड़कियों के वर्ग का खिताब जीता ।
जूनियर विश्व चैंपियनशिप से पहले पटियाला के नेताजी सुभाष राष्ट्रीय खेल संस्थान में एक महीने की ट्रेनिंग की इस दरमियान ही ओलंपिक रजत पदक विजेता मीराबाई चानू सहित अन्य कई सीनियर भारोत्तोलकों से मिलने का मौका मिला था जिनसे उन्हीने काफी प्रेरणा ली और अपने लक्ष्य की और बढ़ी ।