देश के उभरते हुए कलाकार और युवा दिलों की धड़कन 40 वर्षीय सिद्धार्थ शुक्ला की अचानक मौत की खबर से हर कोई स्तब्ध है। सिद्धार्थ का यूं चले जाना सभी को रुला गया, हर कोई सदमे में है। टी.वी के पॉपुलर एक्टर रहे सिद्धार्थ शुक्ला के निधन से टी.वी और बॉलीवुड इंडस्ट्री में ही नही बल्कि घर घर में लोगो के बीच शौक की लहर दौड़ गई है। लोग उन्हें सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। सिद्धार्थ शुक्ला के निधन पर किसी को भी विश्वास नहीं हो रहा है।
अचानक उनकी मौत हो जाने से उनके चाहने वाले बड़े सदमे में हैं । बालिका वधू सीरियल में कलेक्टर साहब की भूमिका वाले सिद्धार्थ शुक्ला ने घर-घर तक अपनी पहचान बनाई थी । अचानक उनका यूं चले जाना कला की दुनिया में और उनको चाहने वालो के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। घर-घर तक अपनी पहचान बनाने वाले सिद्धार्थ शुक्ला का यह छोटा सा जीवन युवा वर्ग को संघर्ष ,मेहनत, और सफल केरियर की ओर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
- सिद्धार्थ का प्रारंभिक जीवन
उभरता हुआ कलाकार सिद्धार्थ शुक्ला का जन्म 12 दिसंबर 1980 को मुंबई में ब्राह्मण परिवार हुआ था । लेकिन इनका परिवार मूलत इलाहाबाद के निवासी थे ।इनके पिता नाम का नाम अशोक शुक्ला और माता का नाम रीटा शुक्ला है । सिद्धार्थ दो बहनों के इकलौते भाई थे । छोटी सी उम्र में ही इनके सर से पिता का साया उठने का बड़े संघर्ष के साथ इनका बचपन गुजरा और अभावों में इनकी माता ने अपने परिवार को संभाला।सिद्धार्थ शुक्ला ने पिता के जाने के बाद एक इंटरव्यू में अपनी मां के संघर्षों के बारे में बताया था। सिद्धार्थ ने ‘ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे’ को दिए इंटरव्यू में कहा था,”15-16 साल पहले पापा का निधन हुआ तो ऐसा लगा जैसे हमारे सिर से छत छिन गई है। लेकिन मेरी मां एक पहाड़ की तरह मजबूत बनी रही। उन्होंने खुद कभी हार नहीं मानी और खुद को टूटने नहीं दिया.”
इनकी प्रारंभिक पढ़ाई मुंबई के सेंट जेवियर हाई स्कूल में हुआ था इसके पश्चात उन्होंने इंटीरियर डिजाइनर्स में पढ़ाई की अभिनय के क्षेत्र में पहचान रखने वाले सिद्धार्थ शुक्ला अभिनेता नहीं बनना चाहते हैं बल्कि वह तो इंटीरियर डेकोरेटर में विशेष रूचि रखते थे। इसीलिए उन्होंने इंटीरियर डेकोरेटर की ही पढ़ाई की और अपना भविष्य तरफ से लगे थे
- मॉडल के रूप में केरियर शुरू किया
सिद्धार्थ ने भले ही अपनी रूचि के अनुसार इंटीरियर डेकोरेटर की पढ़ाई की लेकिन इनकी जिंदगी में कुछ और ही लिखा था अपने हष्ट पुष्ट शरीर को देखते हुए उनके चाहने वालों ने इन्हें मॉडलिंग के क्षेत्र में अपना भविष्य तलाशने की सलाह दिया करते थे। संघर्ष में जीवन में इन्होंने मॉडलिंग के क्षेत्र को सुना जिसमें उन्होंने अपनी पहचान बनाई लंबे चौड़े शरीर वाले सिद्धार्थ शुक्ला न केवल भारत बल्कि विदेशों में भी अपनी पहचान बनाई इन्होंने अनेक मॉडलिंग कंपटीशन में भाग लिया और जीता रहे क्या । सन 2005 में मात्र 24 वर्ष की आयु तुर्की में होने वाले मॉडलिंग प्रतियोगिता में इन्होंने बेस्ट मॉडल ऑफ द वर्ल्ड खिताब जीता। इस प्रतियोगिता में इन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व किया था इसके अतिरिक्त इन्हें इंडियन बॉय के नाम से भी जाना जाता है।
- खिलाड़ी के रूप में सिद्धार्थ
सिद्धार्थ शुक्ला बचपन से ही खेल में विशेष रूचि रखते थे । बचपन से ही टेनिस, फुटबॉल, क्रिकेट और वेट लिफ्टिंग जैसे खेल खेला करते थे । जिम जाना इनका दिनचर्या का हिस्सा थे। खिलाड़ी के रूप में भी यह अपने मित्रों में रूप में इन्होंने अपनी पहचान बनाई बनाई ।
- अभिनेता के रूप में सिद्धार्थ
सिद्धार्थ मिश्रा मॉडलिंग के रास्ते से अभिनय के क्षेत्र में आए हालांकि यह अपने प्रारंभिक जीवन में इनका ऐसा कोई उद्देश्य नहीं था और न इन्होंने एक्टिंग में किसी प्रकार का कोई कोर्स नहीं किया फिर भी उन्होंने अपने अभिनय से घर-घर में पहचान बनाई। सन 2008 में टी. वी की दुनिया में इन्होंने कदम रखा और बाबुल का अंगना छूटे ना सीरियल में उन्होंने कार्य किया ।इसके अतिरिक्त 2013 करण जौहर के धर्मा प्रॉडक्शन हाउस के साथ मिलकर इन्होंने फ़िल्म बनाई ।2015 में बालिका वधू जैसे सीरियल में काम किया और घर-घर में अपनी पहचान बनाई। सन 2016 में कलर्स चैनल पर खतरों के खिलाड़ी में फिर से लौट आए। 2017 में दिल से दिल तक श्यो में काम किया इसके अतिरिक्त सन 2019 में बिग बॉस में नजर आये।
- अचानक यू विदा हो गए सिद्धार्थ शुक्ला
बताया जाता है कि 2 सितंबर को रात्रि 3:00 बजे सिद्धार्थ शुक्ला के सीने में हल्का सा दर्द हुआ था शायद इसी हल्के से दर्द के साथ मौत ने अपना जाल फैलाना शुरू कर दिया था। उसके पश्चात उन्हें जब सुबह जगाया गया तो किस शरीर में किसी प्रकार की कोई हलचल नहीं होने के कारण उनकी बहनों ने अपने फैमिली डॉक्टर की सलाह पर हॉस्पिटल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके परिवारजनों और चाहने वालों ने 3 सितंबर 2021 को ब्रह्मकुमारी विधि विधान से उनका अंतिम संस्कार किया गया और उन्हें भावभीनी विदाई दी गई।