आज के इस भौतिकवादी युग में जहां तकनीकी विकास अपने परवान पर है.. वहीं तकनीकी का मानव जीवन में महत्व और उससे होने वाली समस्याओं,अपराध,बदलती जीवन शैली को लेकर आज पूरी दुनिया के सामने नवीन चुनौतियां है। जैसे डीपफेक वीडियो,फोटो,आज बड़े खतरे के रूप में उभर रहे है जिनके जरिए किसी को धमकाया जा सकता हेयर ब्लेक मेल किया जा सकता है कई बार इसे मामले देखे भी गए है। आज इसी विषय पर मिलकर आपसी विचार मंथन से ही दुनिया समाधान ढूंढ सकती है ।
- आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (एआई) क्या है ?
आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (एआई) मतलब “कृत्रिम बुद्धि” विषय पर 2023 का शिखर सम्मेलन भारत सहित 28 देश की प्रतिनिधियों की उपस्थिति में लंदन में शुरू हुआ जिसे लंदन शिखर सम्मेलन भी कहा जाता है इस शिखर सम्मेलन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी हुई जोखिमों का आकलन करने के लिए वैश्विक स्तर पर मिलकर काम करने का संकल्प लिया गया और एक घोषणा पत्र पर सामूहिक रूप से हस्ताक्षर किए।
- सम्मेलन कहां हुआ और क्या उद्देश्य है ?
ब्रिटेन के “बैलेचले पार्क” में बुधवार दिनांक 01 नवंबर 2023 को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की अध्यक्षता में आयोजित यह शिखर सम्मेलन हुआ। इसका उद्देश्य वैश्विक सिद्धांतों पर आपसी सहमति से कम करना है और “फ्रंटियर एआई मॉडल” को विकसित और तैनात करना है।
- समझौते को क्या नाम दिया ?
“द ब्लेचले डिक्लेरेशन“: लंदन में आयोजित इस शिखर सम्मेलन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े हुए मुद्दों पर की गई समझौते को “द ब्लेचले डिक्लेरेशन” नाम दिया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर यह है विश्व का पहला समझौता है ।
- इन देशों के प्रतिनिधियों ने लिया भाग
इस शिखर सम्मेलन में ऑस्ट्रेलिया,ब्राजील,कनाडा, चिली,चीन,फ्रांस,जर्मन,भारत,संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन,उत्तर आयरलैंड,अमेरिका और यूरोप संघ, इंडोनेशिया,आयरलैंड,इज़राइल, इटली,जापान,केन्या, सऊदी अरब,नीदरलैंड, नाइजीरिया,फिलीपींस,कोरिया गणराज्य,रवांडा,सिंगापुर,स्पेन,स्विट्जरलैंड,तुर्की और यूक्रेन के प्रतिनिधि शामिल हुए।