रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध के कारण यूक्रेन में निवास करने वाले विदेशियों का पलायन लगातार जारी है सभी अपने अपने देश के नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है और सभी देश अपने अपने नागरिकों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए प्रयासरत है।
- सुरक्षित भारत पहुंच रहे हैं यूक्रेन में फंसे लोग
भारत सरकार भी यूक्रेन में निवास करने वाले सभी भारतीय लोगों को सुरक्षित निकाल कर भारत लाने की पुरजोर कोशिश कर रहा है। इस हमले में पिछले दिनों कुछ भारतीय नागरिकों की मृत्यु की खबर भी समाचार और मीडिया की सुर्खियां बनी जो एक चिंताजनक विषय है इसी दरमियान रूस के राष्ट्रपति ने भी भारत सरकार को यह विश्वास दिलाया है कि यूक्रेन में निवास करने वाले भारतीयों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। यह भारत की एक कूटनीतिक जीत ही कही जाएगी भारतीयों को स्वदेश लौटने के कार्य में सरकार की युद्ध स्तर पर कार्यरत है इसको लेकर पिछले दिनों चार मंत्रियों को भी इस कार्य के लिए भेजा गया था। हाल ही में पोलैंड से करीब 220 छात्रों को लेकर एक विशेष विमान दिल्ली पहुंचा है
- मंत्री जी का कहना है कि…
डॉ वीरेंद्र कुमार (सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री) ने कहा है कि यूक्रेन में फंसे हर भारतीय नागरिक की सुरक्षा व उसे सुरक्षित स्वदेश लाना भारत सरकार का प्राथमिक दायित्व है ।उन्होंने कहा कि भारत सरकार नागरिकों की हर संभव मदद कर रही है । उनके अनुसार अब तक करीब 18 फ्लाइट्स इंडिया पहुंच चुकी है और लगभग करीब 4000 व्यक्ति सरकार के प्रयासों से स्वदेश पहुंच चुके हैं। इसके अलावा काफी भारतीय नागरिक अपने प्रयासों से भी स्वदेश पहुंच चुके हैं ज्ञात हो कि यूक्रेन में फंसे हुए भारतीयों को स्वदेश सुरक्षित लाने के लिए भारत सरकार के द्वारा एक ऑपरेशन चलाया गया इसका नाम है ऑपरेशन गंगा।
- ऑपरेशन गंगा क्या है
ज्ञात हो कि भारत सरकार यूक्रेन में रहने वाले भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लौटने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है,इसके लिए ही सरकार ने एक विशेष ऑपरेशन चलाया है जिनका नाम “ऑपरेशन गंगा” रखा गया है। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बताया कि भारतीयों को यूक्रेन से सुरक्षित निकालने के लिए भारत सरकार ने एक मिशन चलाया है इस मिशन का नाम “ऑपरेशन गंगा “रखा है।
- भारत ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सहायता के लिए 4 सदस्य प्रतिनिधि दल भेजा
यूक्रेन में फंसे हुए भारतीयों को वतन वापसी के दौर में भारत की कूटनीति सफल नजर आ रही है। जहां जर्मन, चीन जैसे देश अपने नागरिकों को वतन वापस लाने में नाकाम साबित हो रहे हैं,और कई देशों ने तो अपने दूतावास तक बंद कर दिए हैं। ऐसे संकट के दौर में भारतीयों को वतन वापसी लाने के लिए भारत सरकार ने कमर कस ली है और यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाकर उस रास्ते से भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने की एडवाइजरी जारी की है और उसके लिए चलाए गए ऑपरेशन गंगा में अब सेना ने भी हिस्सा लेना शुरू कर दिया है ।वतन वापसी के लिए भारत सरकार ने 4 व्यक्तियों का एक दल जिनमें हरदीप सिंह पुरी, किरण रिजिजू,वीके सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया को भेजा है। सरकार के इस कदम को सराहनीय कदम ही कहा जाएगा।
- भारतीयों को हगरी, रोमानिया,पोलैंड के रास्ते निकाला जा रहा है।
हंगरी ,रोमानिया, पोलैंडके रास्ते यूक्रेन में फंसे हुए भारतीय नागरिकों को स्वदेश सुरक्षित लाए जाने में भारत सरकार अहम भूमिका निभा रही है लेकिन आपको बता दें कि हंगरी, रोमानिया, पोलैंड जैसे देश भी अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं।