REET 2022 रूपी महाकुंभ के अब कुछ ही घंटे शेष बचे हैं देश के सभी भावी शिक्षक अपनी सफलता को सुनिश्चित करने के लिए जी तोड़ कोशिश में लगे हैं। इस महाकुंभ को शांतिपूर्ण और निर्विवाद रूप से संपन्न कराने के लिए सरकार, प्रशासन सभी इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार कर प्रयास कर रहे हैं। इसे लेकर सरकार पूर्णतया मुस्तैद नजर आ रही है।


निसंदेह है किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा में गहन अध्ययन, कठोर मेहनत परीक्षार्थी की सफलता का मूल आधार होता है लेकिन परीक्षा कक्ष में वह 2 या 3 घंटे का समय एक प्रतियोगीयो के लिए बडा महत्वपूर्ण का समय होता है । परीक्षा कक्ष में आपकी एकाग्रता और परीक्षा प्रश्न पत्र हल करने की की रणनीति और आपकी निर्णय क्षमता की भी परीक्षा होती है।  अगर आप इस पर सफल हो जाते हैं तो यह विश्वास कीजिए प्रतियोगिता परीक्षा में भी आप सफलता निश्चित है।
तो आइए जानते हैं कठोर मेहनत के साथ-साथ परीक्षा कक्ष में आपकी गणिती क्या हो ताकि आप अपनी सफलता सुनिश्चित कर सकें।

  • घबराए नहीं अपनी एकाग्रता बढ़ाएं 

परीक्षा कक्ष में प्रश्न पत्र हल करने से पूर्व सबसे महत्वपूर्ण बात यह आपको याद रखनी है कि आप अपने आप को एकाग्र करें, किसी भी प्रकार के तनाव में नहीं आए । आपको फिर भी अगर किसी प्रकार की घबराहट होती है तो आप कुछ फलों के लिए अपनी आंखें बंद कर लंबी सांस लें और अपना आत्मविश्वास बढ़ाएं । अपने विश्वास दिलाता हूं निश्चित रूप से आप तनाव से अपने आप को दूर कर पाएंगे और आपकी एकाग्रता बढ़ेगी जो आपको अपना पत्र सही प्रकार से प्रश्न पत्र हल करने में उपयोगी होगी।

  • निर्देशो को ध्यान से पढ़े और ओम आर सीट की पूर्तियां पूरी करें।

प्रश्न पत्र की प्रति प्राप्त होने पर सर्वप्रथम उसके निर्देशों को अच्छी प्रकार से पढ़े और उस पर जो आवश्यक पूर्तियां करनी होती है उन्हें बड़े ध्यान से पूरी करें क्योंकि प्रश्नपत्र हल करने से पूर्व आपके द्वारा प्रश्न पत्र के हल करने के बारे में जो दिशा निर्देश है उनके बारे में जान लेना जरूरी होता है साथ ही ओम आर सीट की आवश्यक पूर्तिया भी सही तरीके से पूरी की जाना आपकी सफलता के लिए आवश्यक है। 

  • प्रश्न को ध्यान से पढ़े और फिर हल करें 

प्रश्न पत्र को हल करने से पहले आपको यह बात अपने मन और मस्तिष्क में बिठा लेनी चाहिए कि जल्दबाजी बिल्कुल नहीं करें बल्कि एक ही सवाल को आप दो बार या समझ में नहीं आने पर तीन बार पढ़ कर उसे हल करें ।  क्योंकि आपकी जल्दबाजी और आपकी लापरवाही आपके लिए नुकसानदायक हो सकती हैं और पेपर समाप्त होने के बाद आप भी यह कहने को मजबूर हो जाएंगे अरे यह  सवाल तो मुझे आता था और जानबूझकर गलत हो गया।

  • प्रथम प्रश्न को रणनीति बना कर हल करें

प्रश्नपत्र में सबसे पहले क्रम संख्या 01 से लगाकर क्रम संख्या 30 तक मनोविज्ञान के प्रसन्न होते हैं । अक्षर देखा जाता है कि परीक्षार्थी प्रश्नपत्र को खोलते ही सर्वप्रथम इरिस वाला को करना शुरू कर देता है अगर आपको इसका निर्णय करना है कि आप सबसे पहले प्रश्न पत्र का कौन सा भाग हल करना चाहेंगे लेकिन इसका चेक करने से पूर्व आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।

  • प्रथम लैंग्वेज का इस प्रकार करे चयन 

मनोविज्ञान के 30 सवालों के पश्चात आप की प्रथम लैंग्वेज के प्रश्नपत्र जिनका क्रम संख्या 31 से लगाकर 60 तक होते हैं।  इस प्रथम भाषा में हिंदी, अंग्रेजी ,संस्कृत, उर्दू ,पंजाबी और भाषाएं हो सकती है। 
भाषाओं के चयन को लेकर किसी प्रकार की दुविधा में न रहें ,किसी प्रकार का कन्फ्यूजन अपने मन में ना रखें ।यह ध्यान रखें की प्रथम लैंग्वेज/ भाषा के सवालों के क्रम पत्र संख्या 31 से 60 तक है । आपकी की प्रथम भाषा हिंदी, अंग्रेजी,संस्कृत ,पंजाबी, उर्दू  वैसे कोई भी हो सकती है भाषा कोई भी हो पर प्रथम भाषा का क्रम संख्या 31 से 60 है इनमें से जो भी आप की प्रथम भाषा है उसका चयन करें और पसंद को हल करना है।

  • दूसरी भाषा का चयन कुछ इस प्रकार करें 

प्रश्न पत्र में प्रथम भाषा के प्रश्न हल करने के पश्चात आपको उस भाषा का चयन कर सवाल/प्रश्न हल करने हैं जो आपकी दूसरी भाषा है।  प्रश्नपत्र में आपकी दूसरी भाषा जो हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत ,उर्दू, पंजाबी कोई भी हो सकती है, इस दूसरी भाषाओं के प्रश्नपत्र के चयन करने प्रश्न हल से पूर्व ध्यान रखें कि उनकी क्रम संख्या 61 से लेकर 90 तक है । इन्ही में से आपको अपनी दूसरी भाषा के प्रश्नों को हल करना है। 

  • विषय से संबंधित प्रश्न का चयन

प्रश्नपत्र में प्रश्न संख्या 91 से लेकर 150 तक विषय से संबंधित प्रश्न पत्र होते हैं । आपको यह 60 सवाल उसी विषय के सवाल करना है जिनका आपने आवेदन करते समय आवेदन पत्र में चयन किया था। इन 60 सवालों में सभी विषयों से संबंधित सवाल आएंगे सभी विषयों के प्रश्न पत्रों की शुरुआत क्रम संख्या 91 से होती है।आपको सिर्फ अपने विषय का ध्यान रखते हुए प्रश्न पत्र हल कर दीजिए।

  • पहले कौन से सवाल हल किया जाए

रीट के प्रश्न पत्र में कुल 150 सवाल है पेपर को ओपन करने के पश्चात यह सवाल मन मस्तिष्क में शुरू होता है कि पहले कौन से सवाल किया जाए । मनोविज्ञान के सवाल किए जाए या प्रथम और दूसरी भाषा के सवाल किया जाए या फिर अपने विषय से संबंधित सवालों को हल किया जाए। ध्यान रखें अगर आपको मनोविज्ञान के विषय पर अच्छी पकड़ है तो आप सबसे पहले मनोविज्ञान के सवालों को हल कर सकते हैं अन्यथा आपको सबसे पहले अपने विषय से संबंधित प्रश्न पत्रों को हल करना चाहिये । 

अगर आप सबसे पहले मनोविज्ञान के सवालों को करने लगते हैं तो उसमें आपको अधिक समय लग सकता है और कहीं आप के विषय वाले सवाल छूट न जाए इस बात का ध्यान रखे ।  विषय से संबंधित प्रश्न पत्र को ध्यान से हल करने के पश्चात आप मनोविज्ञान के सवालों को हल कर सकते हैं, उसके पश्चात आपको प्रथम लैंग्वेज के सवाल हल करना और उसके पश्चात  दूसरी लैंग्वेज के प्रश्नों को हल करना उपयोगी रहेगा। 

  • तीन चरण में हल करें प्रश्न पत्र

सर्वप्रथम प्रश्नपत्र में उन सवालों को हल करें या उनके उत्तर दें जो आपको अच्छी तरह से याद है या जिनको आप आसानी से हल कर सकते हैं या जिनमें आप पूर्णतया निश्चित है कि इसका आंसर यही होगा जो आप कर रहे हैं उसके पश्चात आप दूसरा चले जिनमें दोस्त संभावित उत्तर में से कोई एक सही हो उनको किया जा सकता है और तीसरे चरण में बाकी प्रश्नों को हल करे। आपको सभी सवाल का उत्तर देना है क्योंकि इस परीक्षा में माइनस मार्किंग का प्रावधान नहीं है सवाल कोई भी छोड़कर नहीं आना है।

आपकी यह रणनीति आपके सफलता में सहायक और मददगार हो सकती हैं लेकिन तत्कालीन स्थिति को देखते हुए आप स्वविवेक से निर्णय लेते हुए प्रश्नपत्र को ध्यान से हल करें।  आप एकाग्रता बनाए रखें अपने आप पर आप विश्वास बनाए रखें । निश्चित रूप से आप सफलता की राह पर आगे बढ़ सकेंगे।

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