भारतीय गणतंत्र को गौरवान्वित करने वाला पल जहां राष्ट्रपति चुनाव ने लोकतंत्र का सबसे बड़ा इस सबूत दिया गया है । एनडीए/NDA की राष्ट्रपति उम्मीदवार श्रीमती द्रोपदी मुर्मू देश की दूसरी महिला पहली और देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति निर्वाचित घोषित हुई है। इस चुनाव में पहली बार जनता में एक अलग ही उत्साह देखने को मिला।
ध्यातव्य-ज्ञात हो कि 18 जुलाई 2022 को राष्ट्रपति पद के लिए मतदान हुआ था जिसमें उनके एनडीए/NDA के उम्मीदवार श्रीमती द्रोपदी मुर्मूू का प्रतिद्वंदी व विपक्ष का उम्मीदवार से कड़ा मुकाबला जसवंत सिंह से हुआ।
- किनको मिले कितने मत कितना रहा जीत का अंतर
दिनांक 21 जुलाई 2022 को मतगणना हुई जिसमें एनडीए के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मु को मिले मत मूल्यों का योग 5,77,777 वोट वेल्यु तथा विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को मिले मत मूल्य का योग 261062 रहा। इस प्रकार. 3,16,715 मत मूल्यों के अंतर से द्रौपदी मुर्मू विजेता रही और देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति निर्वाचित हुई।
ध्यातव्य– 1971 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार प्रत्येक राज्य के एक विधायक का मत का मूल्य अलग-अलग होता है और सभी सांसदों का मत का मूल्य एक समान (708) है ,चाहे व राज्यसभा का सदस्य हो चाहे लोकसभा का सदस्य। राज्यों में सर्वाधिक मत मूल्य वाला राज्य उत्तर प्रदेश है जहाँ एक विधायक का मत मूल्य 208 है जबकि सिक्किम ऐसा राज्य है जहां के एक विधायक का मत का मूल्य सबसे न्यूनतम(07) है।
- वोटों की संख्या – किसको कितने वोट मिले
18 जुलाई 2022 को राष्ट्रपति के निर्वाचन में कुल 3219 वोट डाले गए ।मतगणना में श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को 2161 और यशवंत सिन्हा को 1058 वोट प्राप्त हुए । इस प्रकार संख्या के दृष्टिकोण से वोट का अंतर 1103 वोट रहे।
- मुख्य न्यायाधीश द्वारा दिलाई जाएगी शपथ
21 जुलाई 2022 को श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति पद के चुनाव में विजय घोषित होने के बाद उन्हें बधाइयों का दौर है। प्रधानमंत्री भी उन्हें बधाई देने पहुंचे। ज्ञात हो कि 25 जुलाई 2022 को सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री एन.वी.रमण द्वारा उन्हें शपथ दिलाई।
ध्यातव्य– ज्ञात हो कि वर्तमान मुख्य न्यायाधीश एन वी रमन अगस्त 2022 में सेवानिवृत्त होंगे।
- देश की 15 वी या 16 वी राष्ट्रपति है द्रोपदी मुर्मू ।
द्रोपदी मुर्मू देश की 16 वी राष्ट्रपति है लेकिन व्यक्तिगत रूप से यह देश की 15वीं राष्ट्रपति है। ज्ञात हो कि डॉ राजेंद्र प्रसाद दो बार राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे पहले आम चुनाव 1952 में हुई थे जबकि 16 वे राष्ट्रपति पद के लिए 2022 में।
ध्यातव्य -ज्ञात हो कि राष्ट्रपति का निर्वाचन आनुपातिक एकल संक्रमणीय मत प्रणाली से होता है जिसमें मतों की गणना ना होकर मतों का मूल्य गिना जाता है।
- आजाद भारत में जन्म लेने वाली पहली राष्ट्रपति
द्रोपदी मुर्मु देश की वह पहली राष्ट्रपति है जिनका जन्म आजाद भारत में हुआ हो और यह देश के लोकतांत्रिक व्यवस्था में एक बहुत बड़ा परिवर्तन है। ज्ञात हो कि इससे पूर्व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के ऐसे पहले प्रधानमंत्री है जिनका जन्म आजाद भारत में हुआ है।
- सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति
श्रीमती द्रौपदी मुर्मू देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति और देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होने के साथ-साथ हैं देश के अब तक के राष्ट्रपतियों में सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति निर्वाचित होने वाला व्यक्ति है। करीब 64 वर्ष की आयु में यह देश की महिला राष्ट्रपति निर्वाचित हुई है।
- द्रोपदी मुर्मू का जीवन परिचय
द्रोपदी मर्मू का जन्म 20 जून 1958 को उड़ीसा के मयूरभंज जिले के बैदापोशी नामक गांव में हुआ था ।इनके पिता का नाम वीर जी नायडू और माता का नाम गुड्डू है । पढ़ाई में विशेष रूचि रखने वाली द्रोपदी मुर्मू ने सन 1979 में भुवनेश्वर उड़ीसा के (महिला कॉलेज से ) रमा देवी महाविद्यालय से उन्होंने स्नातक किया था ।
महाविद्यालय तक के शिक्षा पूरी करने के पश्चात उन्होंने अपने जीवन की शुरुआत एक क्लर्क के रूप में की। ज्ञात हो कि उन्होंने उड़ीसा सरकार के सिंचाई विभाग में एक क्लर्क के रूप में कार्य करते हुए अपने जीवन की शुरुआत की थी। उन्होंने कुछ समय पश्चात अपनी नौकरी बदल ली और उड़ीसा के एक सरकारी महाविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर रहकर अध्यापन किया।
1977 में उनका राजनीति में प्रवेश व मयूरभंज के रंग रायपुर से पार्षद चुने जाने से शुरुआत हुआ। इसके पश्चात द्रोपदी मुर्मू उड़ीसा से दो बार विधायक बनी और 2000 से 2004 तक वह राज्य सरकार में मंत्री भी रही तथा 2015 में उन्हें झारखंड का राज्यपाल बनाया गया।
द्रोपदी मुर्मू झारखंड की 15वीं राज्यपाल और पहली महिला राज्यपाल है। जिन्होंने अपना पद 18 मई 2015 को ग्रहण किया था। ज्ञात हो कि यह पहली उड़ीसा महिला नेता है, जिन्हें किसी राज्य की राज्यपाल बनाया गया था जो इनके राजनीतिक जीवन की एक बहुत बड़ी सफलता थी और यह सफर लगातार आगे चलता गया और देश के राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने तक पहुंचा और 21 जुलाई 2022 को इनको मतगणना में राष्ट्रपति निर्वाचित घोषित किया जो 25 जुलाई 2022 को राष्ट्रपति पद की शपथ ली लेगी।
बहुत ही सुन्दर लेख आप इस तरह ही लिखा करो जिससे सभी को राजनीति के बारे मे भी नित्य नई जानकारी उपलब्ध हो पायेगी 👌👌🌹🌹