राजस्थान सरकार द्वारा नवीन जिलों के बंपर नवनिर्माण के पश्चात अब एक बार फिर से राजस्थान को लेकर राजनीतिक गलियारे, आम जनता के बीच और सोशल मीडिया हो या फिर लोगों के बीच चर्चा बनी है कि केंद्र सरकार राजस्थान को अब कुछ नया धमाका करने के मूंड में है । राजस्थान में जिलों के बाद अब एक और राज्य बनने वाला हैं।

राजस्थान के पश्चिमी राजस्थान के जिलों में अलग प्रदेश मरुप्रदेश की मांग काफी लंबे समय से उठ रही है यहां तक कि राजस्थान के एकीकरण के दौर में भी अलग राज्य की चर्चा थी लेकिन सरदार पटेल की सूझ बूझ से यह सब टल गया था।

  • लंबे समय से हो रहीं हैं मांग

राज्य से अलग मरू प्रदेश बनाने को लेकर आमजन की ओर से 13 साल में अब तक कई बड़े आंदोलन हुए है। सन 2009 में बीकानेर से लेकर जयपुर तक ऊँटों की महायात्रा की थी व राज्यपाल को ज्ञापन भी दिया था और 2013 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दिल्ली में ज्ञापन दिया,फिर 2014 में नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा था। हाल ही में इस तरह की मांग को लेकर 23 जनवरी 2023 को भी राजस्थान के श्रीगंगानगर से लेकर जयपुर तक ऊँटो की महायात्रा की गई थी जिसने एक बार फिर इस मुद्दे को हवा दे दी। पिछले दिनों राजनीतिक गलियांरे और मीडिया में यह चर्चाएं बड़ी तेज हो रही है कि प्रधानमंत्री मोदी संसद सत्र में नया मास्टर स्टॉक खेल सकते हैं।

  • पश्चिमी राजस्थान के ये जिले हो सकते है शामिल

श्रीगंगानगर ,हनुमानगढ़ , अनूपगढ, चुरु, झुंझुनू, नीमकाथाना, सीकर, नागौर, डीडवाना-कुचामन, बीकानेर, जैसलमेर, फलौदी, बाड़मेर, बालोतरा, जोधपुर, जोधपुर ग्रामीण, पाली, जालोर, सांचौर एवं सिरोही को मिलाकर मरुप्रदेश बनेगा।

One thought on “मरुप्रदेश निर्माण के लिए संसद के विशेष सत्र में हो सकती है चर्चा”

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