भारत के राष्ट्रपति के बाद दूसरा पद क्रमांक उपराष्ट्रपति जो कि राज्य सभा का सभापतीत्व करते है। जिनका निर्वाचन अप्रत्यक्ष रूप से एक निर्वाचक मंडल द्वारा किया जाता है,जिसमें संसद के दोनों सदनों के सभी सदस्य भाग लेते हैं।

देश के पहले उप राष्ट्रपति के निर्वाचन 1952 (डॉ.राधा कृष्णन) से लेकर वर्तमान (2024) उप राष्ट्रपति जगदीप धनकड़ तक देश के इस दूसरे सर्वोच्च पद से लेकर अक्सर सवाल किया जाता रहा है कि अब तक कितने मुस्लिम उप राष्ट्रपति हुए हैं। सबसे अधिक कार्यकाल किसका है सबसे कम कार्यकाल किसका है आदि तो आपको बता दे की पिछले 72 वर्षो में तीन मुस्लिम व्यक्तियों ने उप राष्ट्रपति पद को सुशोभित किया है।

  • पहले मुस्लिम उपराष्ट्रपति डॉ.जाकिर हुसैन

डॉ.जाकिर हुसैन देश के पहले निर्वाचित मुस्लिम उप राष्ट्रपति हैं जिन्होंने 13 मई 1962 से 12 मई 1967 तक कुल 5 वर्षों तक इस पद पर कार्य किया। इनसे पूर्व डॉ.राधाकृष्णन दोनो ही बार निर्विरोध निर्वाचित हुए थे, डॉ जाकिर हुसैन पहले उप राष्ट्रपति है जिनके चुनाव में मतदान हुआ था।

ध्यातव्य: डॉ जाकिर हुसैन व्यक्तिक रूप से दूसरे पर पद क्रमानुसार तीसरे उपराष्ट्रपति है।

इस चुनाव में डॉ.जाकिर हुसैन ने 596 वोटों में से 568 वोट प्राप्त कर जीत प्राप्त की जबकि उनके एकमात्र प्रतिद्वंद्वी एन.सी सामंत सिंह को 14 वोट मिले।। जीत के बाद उन्होंने 13 मई 1962 को उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली।

ध्यातव्य: डॉ जाकिर हुसैन ऐसे दूसरे व्यक्ति और पहले मुस्लिम उप राष्ट्रपति है जो आगे चलकर राष्ट्रपति भी बने।

ध्यातव्य: इस समय प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू थे तथा गुलजारी लाल नंदा(कार्यवाहक) और लाल बहादुर शास्त्री दूसरे प्रधान मंत्री थे ।

  • दूसरे मुस्लिम उप राष्ट्रपति एम. हिदायतुल्लाह

देश के छठवें उप राष्ट्रपति और दूसरे निर्वाचित मुस्लिम उपराष्ट्रपति हैं जिन्होंने 31 अगस्त 1979 से 30 अगस्त 1984 तक कुल 5 वर्षों तक इस पद पर कार्य किया।

9 अगस्त 1979 को मोहम्मद हिदायतुल्लाह को उप राष्ट्रपति के पद पर निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया तथा उन्होंने 31 अगस्त 1979 को पद की शपथ ली।

ध्यातव्य : मोहम्मद हिदायतुल्लाह पहले और अब तक एक मात्र निर्विरोध निर्वाचित मुस्लिम उपराष्ट्रपति है।

ध्यातव्य:पूर्व में भारत के मुख्य न्यायाधीश रहते हुए 20 जुलाई 1969 – 24 अगस्त 1969 तक (एक माह 04 दिन ) कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्य निर्वहन किया था।

ध्यातव्य : हिदायतुल्लाह व्यक्तिक रूप से छठवें और पद क्रम से सातवे उप राष्ट्रपति है।

ध्यातव्य: ज्ञात हो कि हिदायतुल्लाह भारत के 11 वें और भारत के पहले मुस्लिम मुख्य न्यायाधीश थे । जिन्होने (25 फ़रवरी 1968 –16 दिसम्बर 1970 तक मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया)।

ध्यातव्य: मोहम्मद हिदायतुल्लाह पहले ऐसे व्यक्ति है जो उप राष्ट्रपति रहने के बाद राष्ट्रपति नही बने केवल कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था।

  • तीसरे मुस्लिम उप राष्ट्रपति मो.हामीद अंसारी

देश के तेरहवें और चौदहवें उप राष्ट्रपति और तीसरे निर्वाचित मुस्लिम उपराष्ट्रपति हैं , जिन्होंने 11 अगस्त 2007 से 10 अगस्त 2012 तक और 11 अगस्त 2012 से 11 अगस्त 2017 तक कुल 10 वर्षों तक दो कार्यकाल तक इस पद पर कार्य किया।

इनके पहले चुनाव(2007) में तीन प्रतिद्वंदी थे जिसमे अंसारी को 455 वोट मिले, और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी नजमा हेपतुल्लाह के खिलाफ 233 वोटों के अंतर से चुनाव जीता । वही दूसरे कार्यकाल के लिए इनके चुनाव(2017)में इन्होंने एनडीए के उम्मीदवार जसवंत सिंह को 252 मतों के अंतर से हराया। दूसरे चुनाव के समय इनके दो प्रतिद्वंदी थे।

ध्यातव्य: हमीद अंसारी देश के ऐसे दूसरे उप राष्ट्रपति और पहले ऐसे मुस्लिम राष्ट्रपति है जो लगातार दूसरी बार उप राष्ट्रपति निर्चाचित हुए है । हामिद अंसारी ऐसे दूसरे मुस्लिम उप राष्ट्रपति है जो राष्ट्रपति नहीं बने।

ध्यातव्य: मो.हमीद अंसारी ऐसे एक मात्र मुस्लिम उप राष्ट्रपति है जिन्होंने 10 वर्षों तक कार्य किया या सबसे अधिक समय तक कार्य किया। उप राष्ट्रपतियों में और मुस्लिम राष्ट्रपतियों में सबसे अधिक कार्य करने वाले उपराष्ट्रपति हैं।

ध्यातव्य: हामिद अंसारी व्यक्तिक रूप से 12 वे और पद क्रमानुसार 13 वे उप राष्ट्रपति है।

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