ऐतिहासिक और पौराणिक नगर बघेरा

राजस्थान बजट में घोषणाओं के पिटारे में केकड़ी को जिला बनाने की घोषणा के बाद केकड़ी और आसपास के क्षेत्र के गांव और कस्बों के विकास को लेकर लोगो की उम्मीदों को पंख लगना शुरू हो गए है। केकड़ी क्षेत्र की एक बड़ी पंचायत और गांव जो केकड़ी से करीब 17 किलोमीटर और वर्तमान टोक जिले के टोडा रायसिंह से 18 किलोमीटर दूर होने और केकड़ी तथा टोडा रायसिंह के मध्य होने के कारण बघेरा कस्बे के विकास को लेकर उम्मीदें पंख फैला रही है। बघेरा की भौगोलिक स्थिति और प्रशासनिक आवश्यकताओं को देखते हुए इन उम्मीदों को पूरा होना स्वाभाविक नजर भी आती है। आखिर केकड़ी के जिले बन जाने से कस्बे की आम जनता को क्या उम्मीदें और क्या संभावना नजर आने लगी है। 

  • राजनीतिक रूप से हो सकती है महत्वपूर्ण इकाई 

केकड़ी तहसील के अंतिम छोर पर बसे बघेरा कस्बे की उम्मीदें तब और बढ़ने लगी जब कि केकड़ी जिला बनने के कारण नवीन परिसीमन जिसमें टोडारायसिंह केकड़ी जिले में शामिल होने की पूरी संभावना नजर आ रही है और ये से कयास भी लगाए जा रहे है अगर ऐसा होता है तो बघेरा कस्बा टोडा रायसिंह व बघेरा राजनीतिक स्तर पर एक महत्वपूर्ण इकाई हो सकती है। इस परिसीमन में बघेरा को फायदा होने की उम्मीद और कयास लगाए जा रहे हैं। 

  • प्रशासनिक तौर पर एक इकाई के रूप में 

हाल ही में बजट 2023/24 में बघेरा को उपतहसील की सौगात मिली है साथ ही 17 मार्च 2023 को मुख्यमंत्री के द्वारा केकड़ी को जिला बनाए जाने की घोषणा के बाद अब अनुमान लगाया जा रहा है कि बघेरा को प्रशानिक तौर पर उपतहसील से तहसील में क्रमोन्नत किया जा सकता है और प्रशासनिक तौर पर बड़ी सौगात के साथ प्रशासनिक विस्तार की अपार संभावना और कयास लगाए जा रहे है। 

  • पर्यटन विकास की मिलेगी रफ्तार 

बघेरा कस्बा एक ऐतिहासिक,पौराणिक और धार्मिक नगरी के तौर पर अपनी पहचान रखता है जहां पर विश्व प्रसिद्ध वराह मंदिर,ढोला मारू का तोरण द्वार,शक्तिपीठ ब्रह्माणी माता मंदिर, कल्याण मंदिर,जैन अतिशय क्षेत्र मन्दिर, भर्तृहरि बाबा की गुफा,वराह सागर तालाब, डाई नदी,किला और साथ ही खुदाई में जहां-तहां आज भी मूर्तियां और प्राचीन अवशेष प्राप्त होते हैं। केकड़ी जिला बनाए जाने के बाद लोगो को उम्मीद लगी है कि इन सब का उचित संरक्षण व सुरक्षा और विकास होगा। पर्यटन के नक्शे में एक बार फिर से बघेरा नए क्षितिज पर पहुंचेगा। लोगों का मानना है कि पर्यटन विकास से यहां रोजगार के अवसर बढ़ेंगेइसका लोगों के व्यापार पर प्रभाव पड़ेगा,साथ ही सरवाड़,केकड़ी,बघेरा सवाई माधोपुर पर्यटन को लेकर एक जुड़ाव के साथ नई उम्मीदें तलाशी जा सकती है। 

  • यातायात के साधनों की बढ़ेगी सुविधा 

बघेरा कस्बा हमेशा से ही यातायात के साधन विशेषकर रोडवेज बसों के संचालन से लेकर उपेक्षित रहा है लेकिन अब केकड़ी के जिले बनाए जाने के बाद अब यातायात के साधनों का भी विस्तार होने की उम्मीद लगाई दिखाई दे रही है। केकड़ी जिला मुख्यालय से आसपास के जिलों जैसे टोंक,सवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर, अजमेर, जयपुर और ब्यावर से सीधा जुड़ाव के लिए रोडवेज बसों का संचालन होने से यातायात की सुविधाओं में विस्तार होगा। केकड़ी ,अजमेर से टोंक,सवाई माधोपुर का जुड़ाव का सबसे सुगम मार्ग बघेरा होते हुए ही है । 

  • पुलिस चौकी पुलिस थाने में क्रमोन्नत की उम्मीद 

बघेरा एक धार्मिक नगरी है जहां सैकड़ों की संख्या में पर्यटक आते हैं वहीं दूसरी ओर ग्रेनाइट का खनन क्षेत्र रहा है,जहा बाहरी राज्यों से भी लोगो का आना जाना रहता है।केकड़ी के जिला बनने के बाद उम्मीद लगाई जा रही है कि बघेरा की पुलिस चौकी थाने में क्रमोन्नत हो सकती है ताकि कानून व्यवस्था को सुव्यवस्थित किया जा सके और रात्रि गस्त की भी सुविधा बढ़ेगी । 

  • सड़को का बिछेगा जाल, गावो से बढ़ेगा जुड़ाव

बीसलपुर के भराव और आवागमन के लिए सड़क, यातायात के साधनों के अभाव के कारण आस पास के गांव ,ढानियो का बघेरा से संपर्क टूट गाय था। इस बार बजट में गोयला फतेहगढ़, जूनिया,बघेरा सड़क और सलारी से बघेरा सड़क की घोषणा के साथ उम्मीद लगाई जाती है कि केकड़ी के जिला बनने के पश्चात बघेरा और आसपास के क्षेत्रों में सड़कों का जाल बिछ सकता है और देवगांव,पथराज,पवालिया,किशनपुरा हिसामपुर, सलारी,काबरिया और पास के गांव/ ढाणियों से सड़क मार्ग से बघेरा का सीधा जुड़ाव होगा। 

  • शिक्षा के क्षेत्र में उम्मीदें 

शिक्षा के क्षेत्र में बघेरा कस्बा हमेशा ही अग्रणी रहा है। यहां पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, दो संस्कृत विद्यालय, महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यमिक विद्यालय के साथ-साथ सरकारी और निजी क्षेत्र में अनेक शिक्षण संस्थाएं हैं।क्षेत्र में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए क्षेत्रवासीयो द्वारा काफी लंबी समय से बालिका महाविद्यालय खोले जाने की मांग की जाती रही है हालांकि यह मांग इस बजट में पूरी नहीं हो सकी लेकिन केकड़ी के जिला बन जाने के पश्चात अब क्षेत्रवासियों की उम्मीदों को पंख लगे हैं कि आने वाले दिनों में बघेरा में बालिका महाविद्यालय मिल सकता है ऐसी उम्मीद क्षेत्रवासी लगाए बैठे हैं। 

  • सुनियोजित विकास की संभावना 

केकड़ी को जिला बनने से बघेरा कस्बे में सुनियोजित विकास का ढांचा तैयार होने की संभावनाएं नजर आती है । इलाके में ग्रेनाइट व्यवसाय को गति मिल सकती है नए नए उद्योग को स्थापित होने की उम्मीद की जाती है, जिससे लोगों को रोजगार बढ़ेगा और जीवन स्तर में सुधार होगा। 

इनका कहना है।

डॉ रघु शर्मा जी के प्रयासों से केकड़ी जिला बनने के बाद क्षेत्र की एक बड़ी ग्राम पंचायत बघेरा के विकास को लेकर अपार संभावनाएं नजर आती है। निश्चित रूप से चाहे वह पर्यटन क्षेत्र हो, यातायात के साधन हो, प्रशासनिक व्यवस्था हो,कानून व्यवस्था हो शिक्षा हो को गति मिलेगी और आमजन को इस सब का फायदा मिलेगा   

(संदीप पाठक ,पंचायत समिति सदस्य,केकड़ी) 

क्षेत्रीय विधायक और पूर्व चिकित्सा मंत्री राजस्थान सरकार डॉ रघु शर्मा का आभार जिनके प्रयासों से केकड़ी जिला बना है।केकड़ी जिला बनने से न केवल केकड़ी बल्कि बघेरा की जनता की उम्मीदें जरूर पूरी होगी। आने वाले दिनों में प्रशासनिक, पर्यटन क्षेत्र और जन सुविधाओं का विस्तार होगा निश्चित रूप से केकड़ी के जिला बनने से क्षेत्र में एक नई क्रांति आएगी।

केसर लाल चौधरी केंद्रीय ऊन विकास बोर्ड के पूर्व चेयरमैन

“केकड़ी के जिला बनते ही पर्यटन और धार्मिक नगरी बघेरा विकास के नए आयाम छुएगा। पुष्कर अजमेर सरवाड़ केकड़ी बघेरा टोडा रायसिंह बीसलपुर टोंक स्वाईमाधपुर एक पर्यटक सर्किट के रूप में उभरेगा। केकड़ी जिले से महज 18 किमी की दूरी होने कारण भी विकास के नए पंख लगेंगे। ग्रेनाइट हब होने से आधोगिक विकास होगा। नगरपालिका,तहसील,पंचायत समिति मुख्यालय भी शीघ्र बनेगा।” 

दिनेश चतुर्वेदी सदस्य ,न्यायालय जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग अजमेर

“केकड़ी के जिला बन जाने से  क्षेत्र के विकास को पंख लगेंगे पर्यटन के क्षेत्र को लेकर अपार संभावनाएं हैं विशेषकर बघेरा के वराह मंदिर और तोरणद्वार को एक पहचान मिलेगी।” 

एडवोकेट लैंसी  झंवर,बघेरा

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