राजस्थान में सितंबर 2021 में रीट परीक्षा(REET) 2021का है आयोजन हुआ जिसके साथ लाखो बेरोजगारों के सपने जुड़े थे। यह परीक्षा शुरुआत से ही चर्चाओं का विषय बना रही एक साथ इतने बड़े स्तर पर परीक्षा देना जो अपने आप में एक रिकॉर्ड था ।इसके साथ ही समाज के विभिन्न वर्ग भी अपने सामाजिक सरोकार निभाते हुए परीक्षा देने आए हुए दूसरे जिलों के लोगों के लिए सुख-सुविधाओं, रहने खाने की व्यवस्था कर अपना सामाजिक सरोकार निभाया ।
रीत रो रायतो, हमके हावल करजो जाब्तों।
टाबर हैग्या दुखी, हाकरो कोनी लागतो।।
– डॉ. दिनेश गहलोत (स्रोत सोशल मीडिया)
- राजस्थान में पेपर लीक होना मानो एक रीत बन गई
परीक्षा के आयोजन हो जाने के पश्चात पेपर आउट होने की बात को लेकर बवाल खड़ा हुआ जिसनेइस सर्द हवाओं मे भी राजनीतिक गलियारों में तपन जरूर बड़ा दी। पदों की संख्या बढ़ाने को लेकर भी आंदोलन हुए । मानो राजस्थान में पेपर लीक होना एक रीत बन गई । कोई भी परीक्षा बिना विवादों के समय पर पूरी नहीं होती।
इस भर्ती की सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी लेकिन सरकार ने उसको नकारते हुए एसओजी से जांच करवाने की कार्रवाई की। इस कार्यवाही में तो स्पष्ट हो गया है रीट का पेपर समय से पूर्व ही आउट हो गया था इसने लाखो बेरोजगारों के सपनों को चकनाचूर कर दिया । यह आज सरकार के गले की फांस बन चुकी है, विपक्षी दलों के निशानों पर सरकार आ गई है न तो निकलते बनते हैं उगलते बनते हैं।
- रीट 2021 की CBI जांच को नकार SOG जाँच
REET 2021 के आयोजन के समय राज्य सरकार ने लाखों अभ्यर्थियों के निशुल्क आवागमन की व्यवस्था की आमजन ने भी इन अभ्यर्थियों को आवास तथा भोजन कराने में मुक्त हस्त में से सहयोग किया परीक्षा के दौरान नकल आदि रोकने के लिए स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप एसओजी के माध्यम से निगरानी की व्यवस्था की गई परीक्षा के समय इंटरनेट को बंद रखा गया ताकि इस प्रकार की घटनाओं की रोकथाम में मदद मिल सके।
- यह हुई अब तक कार्यवाही
26 सितंबर 2021 को आयोजित रीट परीक्षा के पेपर आउट होने के मुद्दे के उछल जाने पर SOG की जांच के परिणामस्वरूप कुल 42 अधिकारियों कार्मिकों को निलंबित एवं बर्खास्त किया जा चुका है। एसओजी ने निष्पक्ष रुप से कार्य करते हुए अल्प समय में ही यह पता किया है कि प्रश्नपत्र कहां से लिख हुआ है और इसमें प्रथम दृष्टया कौन-कौन लोग लिप्त थे। इस प्रकरण के खुलासे के लिये त्वरित अनुसंधान जारी है और अब तक करीब 38 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं जिनमें से करीब 14 अभ्यर्थी भी शामिल है इस मामले में 01 करोड ₹60 लाख की रिकवरी की जा चुकी है ।
राज्य सरकार ने अब तक के अनुसंधान एवं प्राप्त जानकारी के आधार पर राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर के तत्कालीन अध्यक्ष श्री डीपी जारोली को बर्खास्त का बोर्ड सचिव सहित कुल 42 अधिकारियों कार्मिकों को तत्काल निलंबित किया है ।एसओजी की कार्रवाई अभी भी जारी है,राज्य सरकार ने अब यह निर्णय किया है कि रीट की परीक्षा की लेवल प्रथम में क्योंकि किसी प्रकार की कोई पेपर लिक या अन्य किसी प्रकार की घटना प्रकाश में नहीं आई है साथ ही इसके माध्यम से शिक्षक भर्ती के करीब 15500 पदों पर अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी जानी है ऐसे में बेरोजगार युवाओं अभ्यार्थियों के हित में नियुक्तियां शीघ्र देने के लिए इन पदों को शीघ्र भरा जाए । यह भी निर्णय किया गया कि इस वर्ष रीट लेवल प्रथम परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों पर मेरिट के आधार पर नियुक्ति दी जाएगी उन्हें नियुक्ति के लिए शिक्षक भर्ती की अन्य परीक्षा नहीं देनी होगी ।
- REET 2021 द्वितीय लेवल रद्द करने का निर्णय
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में सोमवार 7/2/2022 को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में कैबिनेट ने निर्णय किया कि लेवल द्वितीय के लिए आयोजित रीट परीक्षा को निरस्त किया जाए । प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता के लिए उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस वीके व्यास की अध्यक्षता में गठित समिति की 15 मार्च को रिपोर्ट आते ही भर्ती के लिए आगामी परीक्षा की तिथि शीघ्र घोषित की जाएगी ।
कैबिनेट ने विद्यालयों में रिक्त पद भरने शिक्षा में गुणवत्ता तथा युवाओं को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर प्रदान करने के लिए निर्णय किया कि रीट परीक्षा 2022 के माध्यम से होने वाली भर्ती में अगर की संख्या को 20000 से बढ़ाकर अब 30,000 किया जाए इसमें रीट 2021 के लेवल द्वितीय के 16500 पदों पर जोड़ते हुए और कुल 46500 पदों के लिए रीट 2022 का आयोजन इस वर्ष जुलाई माह में किया जाना प्रस्तावित है।