राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के बैनर तले महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में 10 सितंबर 2021 को जयपुर में 22 गोदाम पर विभिन्न मांगों को लेकर महाधरना दिया गया । राज्य स्तरीय इस महापड़ाव में पूरे प्रदेश भर से हजारों की संख्या में युवा बेरोजगार पहुंचे । करीब दो दर्जन भर्तियों से जुड़ी हुई मांगों को लेकर बेरोजगार धरना स्थल पर एकत्रित हुए थे।
- तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 जहां मुख्य मुद्दा
उपेन यादव के नेतृत्व में आयोजित इस महापड़ाव मैं कई भर्तियों से जुड़े हुए बेरोजगार साथी पहुंचे लेकिन ज्ञात हो कि इस महापड़ाव और धरना का मुख्य आकर्षण का केंद्र पंचायत राज विभाग से की गई तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 रही जिसके सैकड़ों की संख्या में विद्यार्थी धरातल पर पहुंचे जिनके हाथों में बैनर और तख्तियां थी। उपेन यादव ने दी अपने उद्बोधन में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 से जुड़े हुए बेरोजगारों की मांगों को पुरजोर तरीके से उठाया साथ ही उन्होंने यह विश्वास दिलाया कि तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 को लेकर सरकार का सकारात्मक नजरिया है और जल्दी ही न्याय मिलेगा ऐसी उम्मीद की जा सकती हैं।
- प्रदेशभर से धरने में पहुंचे बेरोजगार
प्रदेश भर के करीब-करीब सभी जिलों से तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 से जुड़े और करीब 9वर्षों से अपने हक और अधिकार की मांग के लिए लड़ रहे युवा बेरोजगार इस धरने और महापड़ाव पर पहुंचे। धरने स्थल पर तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 में अधिक अंक धारी बेरोजगारों के साथ न्याय किए जाने की मांग जोरशोर से उठाई जा रही थी ।
- हर बार आश्वासन उसके बाद वादों से मुकरना मिला
न्याय और सरकारी नोकरी की उम्मीद लगाए हुए तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 के अधिक अंकधारी बेरोजगार आश्वासन के सहारे आज वरिष्ठ नागरिक की आयु की तरफ बढ़ रहे हैं लेकिन उनके साथ कभी न्याय नहीं हुआ हमेशा केवल आश्वासन मिला है आश्वासन के अलावा कुछ नहीं । हर बार उनके साथ छलावा हुआ है। लेकिन उम्मीद अभी भी जिंदा है । इस धरना में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 से जुड़े हुए बेरोजगारों ने मीडिया को दिए अपने साक्षात्कार में अपनी पीड़ा बताई यहां तक कि कई बेरोजगारों की तो आंखें भी छलक आई । उनकी आवाज, उनकी मांगो में दर्द का एहसास नजर आ रहा था।
- फरवरी में हुए समझौते से मुकर रहे हैं मंत्री
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 से जुड़े हुए अधिक अंकधारी बेरोजगारों का कहना है कि 9 वर्षों से न्याय की उम्मीद लगाए बैठे बेरोजगारों के साथ हर बार छलावा हुआ है ।हर बार केवल आश्वासन मिलते हैं ,उनके साथ न्याय नहीं होता है । उनका कहना था कि इसी वर्ष फरवरी माह में हुए महापड़ाव की समाप्ति के समय बेरोजगारों के प्रतिनिधि मंडल तथा सरकार के प्रतिनिधियों के बीच हुई वार्ता और समझौते जिनमें मंत्री सुभाष गर्ग भी शामिल थे,इस वार्ता में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 के अधिक अंकधारी बेरोजगारों के खेत में सर्वोच्च न्यायालय में पैरवी करवाने तथा न्याय करने का आश्वासन दिया था लेकिन सरकारी नुमाइंदे अपने वादों से मुकर रहे हैं।
- अब लिखित में समाधान चाहते हैं आश्वासन से नहीं
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 से जुड़ा हुआ मामला लंबे समय से न्यायालय में लंबित है । बेरोजगारों ने न्याय के लिए लंबी लड़ाई लड़ी है बड़ा संघर्ष किया है और आज यह भर्ती सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है । बेरोजगारों की मांग है कि सरकार इस मामले का शीघ्रता से शीघ्र निस्तारण करें। इसके लिए बेरोजगारों की मांग है कि बेरोजगारों के हित में पैरवी की जाए तथा इसके लिए बेरोजगार सरकार से लिखित में एफिडेविट /शपथ पत्र जारी करने की मांग करते हैं
- न्याय के आश्वासन के साथ खत्म हुआ महापड़ाव
हजारों की संख्या में धरने में पहुंचे बेरोजगारों के साथ अधिकारियों की हुई मुलाकात के बाद धरना और महापड़ाव को स्थगित कर दिया ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री स्पेशल सेक्रेट्री,जॉइंट सेक्रेटरी से वार्ता और करोना की गाइडलाइन को देखते हुए महापड़ाव स्थगित किया है।वार्ता में अधिकारियों ने विश्वास दिलाया है कि कई लंबित भर्तियों का रास्ता इस महीने में खुल जाएगा और नई भर्तियों की भी घोषणा हो जाएगी और इसके अतिरिक्त अन्य कई मांगे भी पूरी की जाएगी ।
- मुख्यमंत्री से मुलाकात का मिला आश्वासन
महापड़ाव में बेरोजगारों के प्रतिनिधियों और अधिकारियों के बीच हुई वार्ता की माने तो अधिकारियों ने जल्द से जल्द माननीय मुख्यमंत्री जी से मुलाकात का आश्वासन दिया है साथ ही कई भर्तियों को लेकर जल्द विभागीय अधिकारियों से हमारे प्रतिनिधि मंडल की वार्ता करवाकर समस्याओं का निस्तारण करवाने का आश्वासन मिला है।
- मुख्यमंत्री जी से उम्मीद है इस बार न्याय मिलेगा
बेरोजगारों की मांगों को लेकर दिए गए इस महापड़ाव में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 छाया रहा 10 सितंबर 2021 को मिले आश्वासन पर विश्वास करें तो तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 के अधिक अंक धारी बेरोजगारों के साथ न्याय होने की उम्मीद की जा सकती है विशेषकर माननीय मुख्यमंत्री जी से मुलाकात के बाद इस भर्ती का निस्तारण बेरोजगारों के साथ न्याय और उन्हें नियुक्ति के साथ हो सकता है । राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव का कहना था कि राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत संवेदनशील व्यक्ति है वह निश्चित रूप से बेरोजगारों की मांगों को सुनेंगे व समझेंगे तथा उनके साथ न्याय करेंगे। लेकिन सरकार के अधिकारी और कर्मचारी तथा मंत्री बेरोजगारों की सुनते ही नहीं है ।अब यह देखना है कि एक बार फिर बेरोजगारों के साथ छलावा होता है या फिर कथनी और करनी के अंतर को खत्म करते हुए बेरोजगारों का इंतजार समाप्त करेंगे और उनकी नियुक्ति का रास्ता साफ करेंगे।
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