पिछले दिनों अचानक से कोविड-19 संक्रमण को लेकर न केवल भारत सरकार वरन राजस्थान सरकार भी एक बार फिर से गंभीर नजर आ रही है । पिछले दिनों भारत सरकार ने भी कोविड-19 भी गाइड लाइन जारी की थी। इसके अतिरिक्त राजस्थान सरकार भी बार फिर एक्शन में नजर आ रही है,कोरोना संक्रमण को देखते हुए पिछले दिनों एक समीक्षा बैठक मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी, जिसमें इस विषय पर गंभीरता से विचार विमर्श भी हुआ था । मंत्रियों और अधिकारियों ने शिक्षण संस्थान स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय और धार्मिक स्थलों को बंद करने का सुझाव दिया था । इसी के मद्देनजर रखते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री माननीय अशोक जी गहलोत ने बड़ी संजीदगी से इस विषय पर विचार विमर्श करने और आम जनता को विश्वास में लेकर जनहित में कोई निर्णय लिया जाएगा। इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने पॉलीटिकल पार्टीज और धर्मगुरुओ की एक मीटिंग बुलाई गई है। जिसमें कुछ लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से भी जुड़ेंगे ऐसी जानकारी मीडिया की खबरों और टि्वटर से प्राप्त हो रही है।
- मुख्यमंत्री ने बुलाई धर्मगुरुओं और पॉलिटिकल पार्टी की बैठक
प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना के केसों की संख्या को देखते हुए राजस्थान सरकार एक बार फिर से एक्शन में नजर आ रही है । प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्थान के मुख्यमंत्री ने पॉलिटिकल पार्टी और धर्मगुरुओं की बैठक बुलाई है । इस बैठक में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के सुझाव पर चर्चा की जाएगी। सुझाव के बाद सरकार अंतिम निर्णय लेगी ।
- मीटिंग में दिए गए सुझाव के पश्चात लिए जाएंगे निर्णय
मीडिया से बातचीत बोले सीएम गहलोत ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई गई ईद बैठक में तमाम पॉलिटिकल पार्टी के नेताओं को बुलाया गया है । इस बैठक में कई लोग वीसी के जरिए जुड़ेंगे इसके अतिरिक्त इस बैठक में धर्मगुरु के अलावा स्वयंसेवी संगठनों के लोग भी जुड़ेंगे । कोरोना की गम्भीरता को देखते हुये बढ़ते संक्रमण लेकर सुझाव लिए जाएंगे। इनके सुझाव के आधार पर सरकार लेगी सख्त होकर निर्णय ।
- पिछले दिनों हुई थी समीक्षा बैठक
ज्ञात हो कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया था, जिसमें इस विषय पर गंभीरता से विचार विमर्श भी हुआ था। बैठक में कई विधातको, मंत्रियों और अधिकारियों ने भाग लिया था। इस बैठक में खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने स्कूल कॉलेज, विश्वविद्यालय को कम से कम एक से दो सप्ताह के लिए बंद करने का सुझाव मुख्यमंत्री को दिया था । प्रताप सिंह खाचरियावास के सुझाव से समीक्षा बैठक में उपस्थित कई लोगों ने अपनी सहमति भी जाहिर की थी।