ब्रिटिश सरकार के द्वारा भारतीय संविधान निर्माण की मांग को स्वीकार कर लेने के उपरांत इसी प्रक्रिया के तहत पैथिक लोरेंस की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय  कैबिनेट मिशन योजना 24 मार्च 1946 को दिल्ली पहुंचा तथा उसने 16 मई 1946 को अपनी रिपोर्ट/ योजना प्रस्तुत की थी । इसी योजना के तहत जुलाई -अगस्त 1946 को संविधान सभा के गठन के लिए चुनाव हुए जिसकी पहली बैठक 9 दिसंबर 1946 की हुई । ब्रिटिश प्रान्त, चीफ कमिश्नर प्रान्त ओर देशी राज्यो के प्रतिनिधि वाली इस संविधान सभा के द्वारा कुल 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में यानि 26 नवम्बर 1949 को संविधान बनाकर तैयार कर लिया  । इसी दिन संविधान सभा ने यानि 26 नवंबर 1949 मिति मार्ग शीर्ष शुक्ल सप्तमी  संवत 2006 विक्रमी को ही संविधान को हम भारत के लोग शब्दों के साथ  अंगीकृत,अधिनियमित और आत्मार्पित कर लिया गया । यह भारतीय इतिहास मे एक ऐतिहासिक , युग परिवर्तन का महान दिन था ।

 26 जनवरी की ही क्यों लागू हुआ संविधान ?

संविधान निर्माण के कार्य के पश्चात इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया जबकि संविधान तो 26 नवंबर 1949 को ही बनकर तैयार हो गया था , फिर क्यों इसे लागू करने के लिए 26 जनवरी 1950 के दिन का इंतजार किया । इसका भी एक महत्वपूर्ण कारण था ।  स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में 26 जनवरी का ऐतिहासिक महत्व था ।  पंडित जवाहरलाल नेहरु की अध्यक्षता वाले कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन (1929 ) में ही 26 जनवरी 1930 को पहला स्वतंत्रता दिवस मनाया जाने का दिन निर्धारण हुआ था इसीलिए इस दिन को यादगार बनाने और  स्वतंत्रता संग्राम में  इस दिन का ऐतिहासिक महत्व को बरकरार रखने के लिए संविधान तैयार हो जाने के बावजूद भी करीब  2 माह बाद यानि इसे 26 जनवरी 1950 को ही  लागू किया था ।

आंशिक रूप से लागू होने का अर्थ और तात्पर्य

आंशिक का शाब्दिक अर्थ अल्प, थोड़ा ,कुछ ,कम होता है। भारतीय संविधान के लागू होने के संदर्भ में बात करे तो,संविधान लागू होने की निश्चित तारीख  जो कि 26 जनवरी 1950 थी उससे पूर्व ही उसका कुछ अल्प भाग, कुछ हिस्सा, कुछ अनुच्छेद, लागू करने से है।

आंशिक रूप से इस दिन लागू हुआ भारतीय संविधान

 जैसा कि आपको विदित है कि भारतीय संविधान  26 जनवरी 1950 को लागू हुआ लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि भारतीय संविधान 26 नवंबर 1949 को ही आंशिक रूप से लागू हो गया था।….….. जी हां सही सुना  और सही पढ़ा आपने सविधान निर्माण का कार्य पूरा होने और के साथ ही उसी दिन संविधान के कुल 16 अनुच्छेदों को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया था ।  इसी दिन भारतीय संविधान अंगीकृत,अधिनियमित और आत्मार्पित के साथ ही आंंशिक रूप से लागू हुआ था । 

वह अनुच्छेद जो 26 नवंबर 1949 को ही लागू हुए

 26 नवंबर 1949 को संविधान आंशिक रूप से लागू हुआ । जिसके तहत भारतीय संविधान के अनुच्छेद  5 ,अनुच्छेद 6,अनुच्छेद 7 ,अनुच्छेद 8 ,अनुच्छेद 9, अनुच्छेद 60 ,अनुच्छेद 324 ,अनुच्छेद 366, अनुच्छेद 367 ,अनुच्छेद 379 ,अनुच्छेद 380, अनुच्छेद 388 ,अनुच्छेद 391, अनुच्छेद 392, अनुच्छेद 393, और अनुच्छेद 394 कुल 16 अनुच्छेद तत्काल प्रभाव से लागू भी हो गए थे ।……. बताया जाता है कि भारतीय संविधान के  कुल15 अनुच्छेद लागू हुए थे लेकिन यह सही नही है वरन उनकी कुल संख्या 16 है । इस कंफ्यूजन को दूर कर दें कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 394 में इस बात का उल्लेख है कि संविधान के यह 15 अनुच्छेद।( अनु.5,6,7,89,60,324,366,367,379,380,388, 391, 3392,393,) लागू किए गए इस प्रकार उन 15 अनुच्छेदों को लागू करने के लिए अनुच्छेद 394 को भी लागू होना पड़ा । इस प्रकार इनकी कुल संख्या 15 ना होकर 16 है ।

इनके परामर्श से मनाना शुरू किया विधि दिवस

भारतीय संवैधानिक इतिहास में 26 नवंबर के इस महत्वपूर्ण दिन को जाने-माने विधिवेता और जोधपुर (राजस्थान ) के मूल निवासी लक्ष्मी मल सिंघवी के परामर्श पर प्रतिवर्ष ‘विधि दिवस’ के रुप में मनाया जाना शुरू किया था । संविधान के जनक डॉ. भीमराव अंबेडकर की 125 वे जयंती वर्ष सन 2015 के अवसर  पर भारतीय संसद का एक विशेष अधिवेशन बुलाया गया । जिसमें 26 नवंबर को विधि दिवस के स्थान पर सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की पहल पर ने विधि दिवस के स्थान पर संविधान दिवस मनाए जाने की शुरुआत की। तारीख 26 नवंबर 2015 को पहला संविधान दिवस मनाया गया था । भारतीय जनता में संविधान और संवैधानिक मूल्यों के प्रति सम्मान की भावनाओं को बढ़ावा देने के लिए इसे संविधान दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी ।

संविधान दिवस और गणतन्त्र दिवस

हमारा संविधान 26 नवंबर 1949 को संविधान बनकर तैयार हुआ। उसी दिन संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद को संविधान की प्रति सुपुर्द कर दी गई और उसी दिन संविधान आंशिक रूप से लागू  भी हुआ। इस दिन को पहले विधि दिवस और 2015 से  संविधान दिवस के रूप में तथा  26 जनवरी 1950 को जब भारतीय संविधान लागू हुआ तब से 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। 

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