
भारत में संसदीय शासन व्यवस्था को अपनाया गया है। जिसके तहत दो प्रकार की कार्यपालिका होती है। एक नाम मात्र की कार्यपालिका है जिसका मुखिया राष्ट्रपति होता है तथा दूसरी वास्तविक कार्यपालिका जिसका मुखिया प्रधानमंत्री होता है । राष्ट्रपति राष्ट्राध्यक्ष भी कहलाता है। राष्ट्रपति पद का उल्लेख भारतीय संविधान के अनुच्छेद 52 में है । राष्ट्रपति के पहले चुनाव सर्वप्रथम 1952 में हुए तब से लेकर अब तक के अंतिम राष्ट्रपति चुनाव जो कि 2017 में हुए तक 14 व्यक्ति इस पद को सुशोभित कर चुके हैं लेकिन कार्यकाल की दृष्टि से बात करें तो वर्तमान राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद देश के 15 राष्ट्रपति हैं।
डॉ राजेंद्र प्रसाद अब तक के एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति हैं जो दो कार्यकाल के लिए निर्वाचित हुये हैं । इसके अतिरिक्त वो ही ऐसे एकमात्र राष्ट्रपति भी हैं जिन्होंने अब तक तीन बार राष्ट्रपति पद की शपथ ली है । यह दो बार निर्वाचित हुए तथा निर्वाचन से पहले यह देश के एक बार मनोनीत राष्ट्रपति भी रहे थे। देखा जाए तो राष्ट्रपतियों के इस क्रम में कुछ राष्ट्रपति ऐसे भी हैं जिन्होंने कार्यकाल की समाप्ति से पहले ही त्यागपत्र दे दिया या ऐसे राष्ट्रपति भी है जिनका कार्यकाल पूरा होने से पूर्व ही उनकी मृत्यु हो गई और उनकी जगह कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में देश के उप राष्ट्रपति जो के द्वारा भी कार्य किया गया कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 65 में उल्लेखित है के राष्ट्रपति की अनुपस्थिति में उपराष्ट्रपति अधिकतम 6 माह तक कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्य करता है ।
वह राष्ट्रपति जिनकी पद पर रहते मृत्यु हुई
डॉ राजेंद्र प्रसाद देश के पहले राष्ट्रपति से लेकर वर्तमान राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद तक देश में दो बार ऐसी परिस्थिति पैदा हुई जिनमें कार्यकाल की समाप्ति से पूर्व ही राष्ट्रपति की मृत्यु हो गई और उनकी जगह उपराष्ट्रपति ने कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया । उन दो राष्ट्रपतियो और कार्यवाहक राष्ट्रपतियों के बार मे कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां कुछ इस प्रकार से है ।
1 पहले राष्ट्रपति जिनकी पद पर रहते मृत्यु हुई
देश के तीसरे राष्ट्रपति जिनका राष्ट्रपति व कार्यकाल के क्रमानुसार चौथे राष्ट्रपति राष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन थे इन्होंने 13 मई 1967 को राष्ट्रपति का पद ग्रहण किया था लेकिन पद पर रहते हुए 03 मई 1969 को कार्यकाल पूरा होने से पूर्व ही इनकी मृत्यु हो गई । इन्होंने केवल 1 वर्ष 11 माह 20 दिन ही इस पद पर कार्य किया । देश में अब तक के राष्ट्रपतियों में यह सबसे कम कार्यकाल वाले राष्ट्रपति थे । डॉ जाकिर हुसैन की मृत्यु के बाद तत्कालीन समय में देश के उपराष्ट्रपति वी. वी. गिरी ने 03 मई 1969 को कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभाला। कुछ समय तक कार्य करने के उपरांत देश के उपराष्ट्रपति वी.वी. गिरि ने राष्ट्रपति के निर्वाचन में हिस्सा लेने के लिए अपने पद से 20 अगस्त 1969 को अपना त्यागपत्र दे दिया । अतः इन्होंने कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में 2 माह 17 दिन तक ही कार्य किया था ।
ध्यातव्य– * जन्म 8 फरवरी 1897 *मृत्यु 3 मई 1969 *देश के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति ।
वी.वी. गिरी बने पहले कार्यवाहक राष्ट्रपति
डॉ जाकिर हुसैन की मृत्यु के बाद तत्कालीन समय में देश के उपराष्ट्रपति वी. वी. गिरी ने 03 मई 1969 को कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभाला। कुछ समय तक कार्य करने के उपरांत देश के उपराष्ट्रपति वी.वी. गिरि ने राष्ट्रपति के निर्वाचन में हिस्सा लेने के लिए अपने पद से 20 जुलाई 1969 को अपना त्यागपत्र दे दिया । अतः इन्होंने कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में 2 माह 17 दिन तक ही कार्य किया था । वी.वी. गिरी का पूरा नाम वराह गिरी वेंकटगिरी था तथा इनका उपराष्ट्रपति के रूप में अब तक का सबसे कम कार्यकाल रहा तथा देश के पहले ऐसे राष्ट्र उप राष्ट्रपति हैं जिन्होंने कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्य संभाला ।
ध्यातव्य : * जन्म 10 अगस्त 1894 * मृत्यु 24 जून 1980 * देश के एकमात्रर ऐसे राष्ट्रपति जो दूसरी मतगणना में विजय हुुये थे ।
मुख्य न्यायाधीश बने दूसरे कार्यवाहक राष्ट्रपति
उपराष्ट्रपति वी.वी. गिरी जिन्होंने डॉ .जाकिर हुसैन की मृत्यु के पश्चात देश के कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभाला था ।इन्होंने राष्ट्रपति के निर्वाचन में हिस्सा लेने के लिए उन्होंने अपने पद से 20 जुलाई 1969 को त्यागपत्र दे दिया। इस प्रकार राष्ट्रपति का पद एक बार फिर से रिक्त हो गया । इसके पश्चात देश के इतिहास में पहली बार सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद हिदायतुल्लाह ने 20 जुलाई 1969 को कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में पद ग्रहण किया । उप राष्ट्रपति इनका कार्यकाल 20 जुलाई 1969 से 24 अगस्त 1969 तक रहा कुल 1 माह 4 दिन ही रहा।
ध्यातव्य जन्म् 17 दिसम्बर 1905 * मृत्यु 18 सीी18 सितंबर 1995देश के 11 वे और पहले मुस्लिम मुख्य न्यायाधीश1992, * यह ऐसे पहले व्यक्ति थे जो सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, उपराष्ट्रपति और कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में रहे।
2 दूसरे राष्ट्रपति जिनकी पद पर रहते हुए मृत्यु हुई
देश के पांचवें राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद जो कार्यकाल की दृष्टि से छटवें राष्ट्रपति थे । ये ऐसे दूसरे राष्ट्रपति है जिनकी पद पर रहते हुए मृत्यु हुई । इनका कार्यकाल 24 अगस्त 1974 से 11 फरवरी 1977 तक रहा । इनका कार्यकाल केवल 2 वर्ष 5 माह 17 दिन तक रहा। इनकी मृत्यु के समय देश के उपराष्ट्रपति बी. डी. जत्ती थे । ध्यातव्य * जन्म 13 मई 1905 * मृत्यु 11 फरवरी 1977 * देश के दूसरे मुस्लिम राष्ट्रपति ।
बी. डी . जत्ती बने तीसरे कार्यवाहक राष्ट्रपति
राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद की मृत्यु 11 फरवरी 1977 के पश्चात तत्कालीन समय में उपराष्ट्रपति के रूप में कार्य कर रहे बी. डी.जत्ती ने तीसरे राष्ट्रपति कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्य संभाला । कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में इनका कार्यकाल 11 फरवरी 1977 से 25 जुलाई 1977 तक रहा। बी.डी.जत्ती अब तक के कार्यवाहक राष्ट्रपतियों मे सबसे अधिक लंबी अवधि तक कार्य करने वाले व्यक्ति हैं जिनका कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में लगभग 5 महीने 14 दिन का कार्यकाल रहा। ध्यातव्य * जन्म 10 सितंबर 1912 * मृत्यु 7 जून 2002,
देश के सबसे कम कार्यकाल वाले राष्ट्रपति
अब तक के राष्ट्रपतियों में सबसे कम कार्यकाल वाले राष्ट्रपति डॉ जाकिर हुसैन थी जिन्होंने केवल 1 वर्ष 11 माह 20 दिन तक सही कार्य किया था तथा फखरुद्दीन अली अहमद का राष्ट्रपति के रूप में कार्यकाल 2 वर्ष 5 माह 17 दिन तक रहा ।
कार्यवाहक राष्ट्रपति में सबसे अधिक और सबसे कम कार्यकाल में
डॉ जाकिर हुसैन की मृत्यु के बाद वी.वी. गिरी के द्वारा कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्य करना तथा उनके त्यागपत्र देने पर मोहम्मद हिदायतुल्लाह के द्वारा कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्य करने और फखरुद्दीन अली अहमद की मृत्यु के पश्चात बी.डी. जत्ती के द्वारा कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्य करना के कार्यकाल के दृष्टिकोण से देखा जाए तो कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में सबसे कम कार्यकाल मोहम्मद हिदायतुल्ला का रहा जिन्होंने 1 माह 4 दिन तक इस पद पर कार्य किया तथा सबसे अधिक लम्बा कार्यकाल 05 माह 14 दिन बी. डी. जत्ती का रहा।