राजस्थान में राज्यपाल के पद के सर्जन से लेकर वर्तमान समय तक कई राज्यपालों ने इस पद को सुशोभित किया है ।इस इस बीच कई बार कार्यकाल की समाप्ति से पूर्व ही त्यागपत्र देने से, मृत्यु हो जाने से, हटाए जाने से या किसी दूसरे राज्य में स्थानांतरित किए जाने से पद रिक्त हुए हैं ।
- पद रिक्ति व नई नियुक्ति तक दिया जाता है चार्ज
राजस्थान में राज्यपाल के पद को रिक्त हो जाने पर तत्कालीन परिस्थितियों में इस रिक्ति को भरने के लिये या तो किसी भी अन्य राज्य के राज्यपाल को या फिर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को अतिरिक्त कार्यभार सौंप कर कार्यवाहक राज्यपाल के रूप में कार्य करने से अवसर प्राप्त हुआ है ।
- अब तक कितनी बार दिया है अतिरिक्त कार्यभार
एक जानकारी के अनुसार राजस्थान में राज्यपाल के पद के सृजन से लेकर वर्तमान तक कुल 18 बार कार्यवाहक राज्यपाल के रूप में अतिरिक्त चार्ज दिया गया है ,इनमें से 17 व्यक्तियों ने अलग-अलग समय के लिए कार्यवाहक राज्यपाल के रूप में कार्य किया है ।अगर आप अतिरिक्त कार्यभार संभालने वाले या कार्यवाहक राज्यपाल के रूप में कार्य करने वाले व्यक्तियों के कार्यकाल और उनसे जुड़ी हुई जानकारी के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो निश्चित रूप से यह आलेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा।
- यह है उनका नाम व कार्यकाल
- 1.जगत नारायण ( कार्यवाहक)
जगत नारायण राजस्थान के पहले कार्यवाहक राज्यपाल थे ।तत्कालीन राज्यपाल सरदार हुकम सिंह के विदेश यात्रा के कारण जगत नारायण(न्यायाधीश) को अतिरिक्त कार्यभार दिया गया। इस पद पर उनका कार्यकाल 20 नवंबर 1970 से 23 दिसंबर 1970 तक रहा।
राज्यपाल सरदार हुकम सिंह की विदेश यात्रा के कारण जस्टिस जगत नारायण ने राजस्थान के राज्यपाल के रूप में अतिरिक्त कार्यभार वहन किया था।इनका कार्यकाल 01 माह 3 दिन रहा।
ध्यातव्य- जगत नारायण राजस्थान उच्च न्यायालय वह मुख्य न्यायाधीश हैं ,जिन्होंने कार्यवाहक राज्यपाल के रूप में कार्य किया हो।
- 2.श्री वेदपाल त्यागी(कार्यवाहक) :-
सरदार जोगिंदर सिंह के त्यागपत्र देने के बाद श्री वेद पाल त्यागी (राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश) को राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया। इस पद पर इनका कार्यकाल 15 फरवरी 1977 से 11 मई 1977 तक कार्यवाहक राज्यपाल के रूप में रहा। इनका कार्यकाल 2 माह 26 दिन तक रहा।
सरदार जोगिंदर सिंह के त्यागपत्र दिए जाने के कारण रिक्त हुये पद पर जस्टिस वेद पाल त्यागी ने कार्यवाहक राज्यपाल के रूप में कार्य किया था।। राजस्थान उच्च न्यायालय की दूसरी मुख्य न्यायाधीश है जिन्होंने राजस्थान के कार्यवाहक राज्यपाल के रूप में कार्य किया हो।
ध्यातव्य-ज्ञात हो कि वेदपाल त्यागी राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश थे।
- 3 के. डी. शर्मा ( कार्यवाहक):–
राज्यपाल रघुकुल तिलक के पश्चात जस्टिस के.डी शर्मा 8 अगस्त 1981 से 5 मार्च 1982 तक राजस्थान के कार्यवाहक राज्यपाल रहे। सत्ता परिवर्तन पर पद मुक्त होने पर 8-8-81 से 5-3-1982 तक इन्होंने कार्यवाहक राज्यपाल के रूप में कार्य किया था।
ध्यातव्य- के डी शर्मा का पूरा नाम नाम कृष्ण दयाल शर्मा है ।उनका जन्म 6 सितंबर 1931 और मृत्यु 15 अप्रैल 1978 को हुई। इसकेेे अतिरिक्त ये मॉरीशस, पाकिस्तान, केनबरा और ऑस्ट्रेलिया में उच्चायुक्त्त्त रह चुके हैै।
- 4. पी. के.बनर्जी ( कार्यवाहक):-
राज्यपाल ओ.पी मेहरा के विदेश यात्रा पर चले जाने के कारण पद रिक्त होने पर जस्टिस पी.के बनर्जी ने 5 जनवरी 1985 से 31 जनवरी 1985 तक और दूसरी बार जस्टिस डी पी गुप्ता ने राजस्थान के कार्यवाहक राज्यपाल के रूप में 4 नवंबर 1985 से 19 नवंबर 1985 तक अतिरिक्त कार्यभार संभाला।
ध्यातव्य- राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश थे।
- 5. डी. पी. गुप्ता( कार्यवाहक)
राजस्थान के राज्यपाल ओ.पी मेहरा के कार्यकाल की समाप्ति से रिक्त हुये पद पर जस्टिस डी पी गुप्ता को 4 नवंबर 1985 से 19 नवंबर 1985 तक राजस्थान के राज्यपाल के रूप में अतिरिक्त चार्ज दिया गया था।
ध्यातव्य- जस्टिस डी पी गुप्ता राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश थे।
- 6. जगदीश शरण वर्मा(कार्यवाहक) :-
राज्यपाल बसंतराव पाटिल के कार्यकाल की समाप्ति हो जाने के कारण जस्टिस जगदीश शरण वर्मा ने राजस्थान के राज्यपाल के रूप में अतिरिक्त कार्यभार संभाला था।
इसके पश्चात राज्यपाल सुखदेव प्रसाद जी के विदेश यात्रा पर चले जाने के कारण एक बार फिर से जस्टिस जगदीश शरण वर्मा को राजस्थान के कार्यवाहक राज्यपाल के रूप में अतिरिक्त(3-2-89 से 19-2-89)चार्ज प्राप्त हुआ।
ध्यातव्य- जस्टिस जगदीश सरण वर्मा को दो बार राजस्थान केेेे राज्यपाल के रूप में अतिरिक्त्त चार्ज दिया गया था।
- 7. मिलाप चंद जैन(कार्यवाहक):-
सुखदेव प्रसाद के कार्यकाल के दौरान पद रिक्त होने पर मिलाप चंद जैन ने राजस्थान के राज्यपाल के रूप में अतिरिक्त चार्ज /कार्यभार संभाला ।इन्होंने 3 फरवरी 1990 से 13 फरवरी 1990 तक इस पद पर कार्य किया।
ध्यातव्य- मिलाप चंद जैन राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और भारतीय सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश रहे। इनका जन्म 21 जुलाई 1929 को जोधपुर में और मृत्यु 29 अप्रेल 2015 को जयपुर में हुुुई ।
- 8.डॉ.स्वरूप सिंह( कार्यवाहक)
राजस्थान के राज्यपाल देवी प्रसाद चट्टोपाध्याय का पद रिक्त हो जाने के पश्चात डॉ. स्वरूप सिंह ने राजस्थान के राज्यपाल के रूप में अतिरिक्त कार्यभार वहन किया। इस पद पर इनका कार्यकाल 26 अगस्त 1991 से 4 फरवरी 1993 तक रहा।
ध्यातव्य – देवी प्रसाद चट्टोपाध्याय के पश्चात गुजरात के राज्यपाल डॉक्टर स्वरूप सिंह को राजस्थान के राज्यपाल के रूप में अतिरिक्त चार्ज दिया गया था। इससे पूर्व में वह 12 फरवरी 1990 से 20 नवंबर 1990 तक केरल के राज्यपाल भी रहे।
- 9.धनिक लाल मंडल(कार्यवाहक)
राज्यपाल डॉ. एम.चेन्ना रेड्डी के पश्चात धनिक लाल मंडल ने 31 मई 1993 से 29 जून 1993 तक राजस्थान के कार्यवाहक राज्यपाल के रूप में कार्य किया।
ध्यातव्य- 30 मार्च 1932 को बिहार के मधुबनी जिलेे में धनिक लाल मंडल 1967 1969 और 1972 में बिहार विधानसभा के सदस्य रहे ज्ञात हो कि 1967 में विधानसभा अध्यक्ष भी रहे ।
राजस्थान के राज्यपाल के रूप में अतिरिक्त कार्यभार दिये गए समय ये हरियाणाा के राज्यपाल थे।
- 10.एन.एल टिबरिवाल(कार्यवाहक)
सरदार दरबारा सिंह जिनका राज्यपाल के रूप में कार्यकाल(1/5/1998-25/5/1998) तक रहा कार्यकाल के दौरान ही 24 दिन के कार्यकाल में हीं इनकी मृत्यु हो जाने के कारण एन.एल टिबरिवाल ने 24 मई 1998 से 15 जनवरी से 1999 तक राजस्थान के राज्यपाल के रूप में अतिरिक्त कार्यभार ग्रहण किया।
ध्यातव्य- राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रहे और उनका पूरा नाम नवरंग लाल टिंबरेवाल था।
- 11.कैलाशपति मिश्रा(कार्यवाहक)
निर्मल चंद जैन ऐसे राज्यपाल है जिनकी पद पर रहते मृत्यु हो गई। इनकी मृत्यु के कारण रिक्त हुए पद पर कैलाशपति मिश्रा ने राजस्थान के राज्यपाल के रूप में अतिरिक्त कार्यभार वहन किया ।ज्ञात हो कि कैलाशपति का इस पद पर इनका कार्यकाल 22 सितंबर 2003 से 13 जनवरी 2004 तक रहा।
ध्यातव्य:- इन्हें बिहार मेंं भारतीय जनता पार्टीी के भीष्म पितामह माना जाता है जिनका जन्म 5 अक्टूबर 1923 को हरियाणा में व उनकी मृत्युुु 3 नवंबर 2012 को हुई। सरदार दरबारा सिंह की मृत्युु के प्रसाद 22 सितंबर 2003 से 14 जनवरी 2004 तक राजस्थान के कार्यवाहक राज्यपाल का अतिरिक्त चार्ज दिया गया इस समय यह गुजरात के राज्यपाल हुआ करते थे ।
- 12.टी. वी राजेश्वर(कार्यवाहक)
निर्मल चंद जैन की पद पर रहते हुए मृत्यु हो जाने के पश्चात श्री मदन लाल खुराना को राजस्थान का राज्यपाल बनाया गया लेकिन मात्र 10 महीने के बाद ही उनका पद रिक्त हो गया और उनकी जगह टी. वी राजेश्वर को राजस्थान के राज्यपाल के रूप में अतिरिक्त चार्ज दिया गया जिसमें उनका कार्यकाल 1 नवंबर 2004 से 7 नवंबर 2004 तक रहा।
ध्यातव्य – ध्यान देने योग्य बात है कि राजस्थान के कार्यवाहक राज्यपाल के रूप में इनका सबसे न्यूनतम कार्यकाल रहा।
- 13.ए.आर. किदवई(कार्यवाहक)
राजस्थान की पहली महिला राज्यपाल श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल के राष्ट्रपति निर्वाचित हो जाने के कारण राज्यपाल के पद से त्यागपत्र दे दिया । त्याग पत्र देने की इस वजह से राजस्थान के राज्यपाल के पद रिक्त हो गया और इनकी जगह ए. आर. किदवई को अतिरिक्त चार्ज दिया गया ।जिन्होंने 23 जून 2007 से 5 सितंबर 2007 तक कार्य वहन किया।
ध्यातव्य:- इनका पूरा नाम अख्लाक उर रहमान किदवई था। इनका जन्म 1 जुलाई 1921 को हुआ था। यह बिहार ,हरियाणा, राजस्थान और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे। राजस्थान के राज्यपाल केेे रूप में अतिरिक्त चार्ज दिए जाते समय ये हरियाणा के राज्यपाल थे।
- 14.रामेश्वर ठाकुर
राजस्थान के राज्यपाल श्री शैलेंद्र कुमार सिंह दो अलग-अलग कार्यकाल के लिए कार्य किया ।
इनका प्रथम कार्यकाल 6 सितंबर 2007 से 9 जुलाई 2009 तक रहा तथा इसके पश्चात श्री रामेश्वर ठाकुर को राज्यपाल का अतिरिक्त कार्य किया गया ।
ध्यातव्य:- जिनका जन्म 28 जुलाई 1927 को हुआ था कर्नाटक,ओडिशा,आंध्रप्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान के राज्यपाल रहे ।शैलेंद्र कुमार सिंह की मृत्यु केेे पश्चात इन्हें राजस्थान के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था। रामेश्वर ठाकुर इस समय मध्य प्रदेश के राज्यपाल हुआ करतेे थे।
- 15.श्रीमती प्रभा राव
शैलेन्द्र सिंह के दूसरे कार्यकाल 23 जुलाई 2009 से 1 दिसंबर 2009 तक रहा ।दूसरे कार्यकाल की समाप्ति से पूर्व ही मृत्यु हो जाने के कारण पद रिक्त हो गया और उनकी जगह श्रीमती प्रभा राव को अतिरिक्त चार्ज दिया गया। जिनका इस पद पर कार्यकाल 3 दिसंबर 2009 से 24 जून 2010 तक रहा।
ध्यातव्य:- इनका जन्म 4 मार्च 1935 को खंडवा में हुआ।ये विधानसभा और लोकसभा सदस्य भी रही। ज्ञात हो कि प्रभा राव एक अच्छी खिलाड़ी व संगीतकार भी थी। राजस्थाान में राज्यपाल का अतिरिक्तत कार्यभार संभालते समय ये हिमाचल प्रदेश की राज्यपाल थी ।
- 16.शिवराज पाटिल
राजस्थान की दूसरी महिला राज्यपाल श्रीमती प्रभाराव(25/1/2010-26/4/2010) जिन्होंने राज्यपाल शैलेन्द्र कुमार सिंह की मृत्यु हो जाने के पश्चात कार्यवाहक राज्यपाल के रूप में कार्य किया था ।लेकिन उसके पश्चात इनको राजस्थान का राज्यपाल बनाया गया लेकिन पद पर रहते हुए इनकी मृत्यु हो जाने के कारण श्री शिवराज पाटिल को राजस्थान के राज्यपाल के रूप में अतिरिक्त कार्यभार दिया, जिन्होंने 28 अप्रैल 2010 से 11 मई 2012 तक इस पद पर कार्य किया।
ध्यातव्य– राज्यपाल शिवराज पाटील को राजस्थान के कार्यवाहक राज्यपाल केे अतिरिक्त कार्यभार सौंपा जाते समय वे पंजाब के राज्यपाल थे।
- 17.राम नाईक
राजस्थान की तीसरी महिला राज्यपाल श्रीमती मारग्रेट अल्वा के पश्चात राम नायक को अतिरिक्त चार्ज दिया गया, जिन्होंने इस पद पर 8 अगस्त 2014 से 3 सितंबर 2014 तक कार्य भार वहन किया था।
ध्यातव्य:- इनका जन्म 16 अप्रैैैल 1934 को सागली (महाराष्ट्र )में हुआ था। राजस्थान के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार दिए जातेेेे समय वेे उत्तर प्रदेश के राज्यपाल थे। यह एक अच्छे लेखक भी थे ज्ञात हो कि इनकी प्रसिद्ध पुस्तक “चरेवेति-चरेवेति”थी।
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