आधुनिक प्रतिनिध्यात्मक लोकतंत्र में राजनीतिक दलों की अहम भूमिका होती है। आज विशाल राष्ट्र राज्य में राजनीतिक दल लोकतंत्र की एक आवश्यकता है,जिनके बिना प्रतिनिध्यात्मक लोकतांत्रिक शासन और सरकारों का संचालन व्यवस्थित तरीके से नहीं किया जा सकता।


राजनीतिक दलों को आवश्यक बुराई भी कहा जा सकता है क्योंकि वर्तमान राजनीतिक दलों का उद्देश्य सत्ता प्राप्त करना मात्र हो गया है । चाहे इसके लिए किसी भी प्रकार के हथकंडों का प्रयोग किया जाना पड़े जो कि एक बुराई है लेकिन फिर भी यह लोकतांत्रिक सरकारों के लिए आवश्यक है।जयप्रकाश नारायण और मानवेंद्र नाथ राय जैसे विद्वान दलविहीन लोकतंत्र की आवश्यकता महसूस करते थे लेकिन यह संभव नहीं हो सका। जेनिंग्स ने राजनीतिक दलों को लोकतांत्रिक व्यवस्था की रीड की हड्डी कहां है।

  • राजनीतिक दल क्या है अर्थ और परिभाषा


सामान्यतः राजनीतिक दल वह स्वैच्छिक संगठन अथवा लोगों के वे संगठित समूह होते हैं जो एक समान दृष्टिकोण रखते हैं तथा जो संविधान के प्रावधानों के अनुरूप राष्ट्र को आगे बढ़ाने के लिए राजनीतिक शक्ति प्राप्त करने की कोशिश करते हैं। इसे आसानी से इस प्रकार समझा जा सकता है कि राजनीतिक दल ऐसे औपचारिक समूह है जिसमे कुछ लोग एक समान उद्देश्य में संगठित होकर या एक विचारधारा में संगठित होकर, संवेधानिक साधनों के माध्यम से सत्ता पर काबिज होने का प्रयास करते है।


मैकाइवर के अनुसार “राजनीतिक दल वह समुदाय है जो किसी विशेष सिद्धांत या नीति के समर्थन के लिए संगठित किया गया हो और जो संवैधानिक उपायों से उस सिद्धांत अथवा नीति को शासन का आधार बनाने का प्रयत्न करता  हो।”

आधुनिक लोकतांत्रिक राज्यों में चार प्रकार के राजनीतिक दल होते हैं :-(1) प्रतिक्रियावादी राजनीतिक दल(2) रूढ़िवादी राजनीतिक दल (3) उदारवादी राजनीतिक दल (4) सुधारवादी राजनीतिक दल।

  • चुनाव आयोग और राजनीतिक दलों का पंजीकरण 

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 324 से 329 तक निर्वाचन आयोग के बारे में प्रावधान है ।भारत के संविधान के अनुच्छेद 324 तथा जनप्रतिनिधित्व कानून, 1951 की धारा 29(ए) के तहत प्रदत्त अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार  राजनीतिक दलों का पंजीकृत किया जाता है और उनकी चुनाव निष्पादन के आधार पर उन्हें राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय दल के रूप में मान्यता प्रदान करता है। इस प्रकार यह मान्यता प्राप्त पंजीकृत और गैर मान्यता प्राप्त दलों के रूप में होती हैं।यही निर्वाचन आयोग मान्यता प्राप्त दलों को निर्वाचन चिन्ह का आयोजन करता है।
भारत के चुनाव आयोग के 23 सितंबर 2021 के नवीनतम प्रकाशन के अनुसार, पंजीकृत दलों की कुल संख्या 2858 थी, जिसमें 8 राष्ट्रीय दल, 54 राज्य दल और 2797 गैर-मान्यता प्राप्त दल थे। 

  • राष्ट्रीय राजनीतिक दल की मान्यता की शर्तें


निर्वाचन आयोग के द्वारा किसी भी दल को राष्ट्रीय दल की मान्यता प्रदान की जाती है,उसके लिए कुछ शर्ते हैं उस दल को आयोग द्वारा निर्धारित शर्ते पूरी करनी होती है जैसे…


यदि वह दल लोकसभा या विधानसभा के आम चुनाव में 4 या अधिक राज्यों में वैध मतों का कुल 6% मत प्राप्त करता हूं तथा साथ ही उनसे किसी राज्य अथवा राज्यों से लोकसभा की 4 सीटें पर विजय प्राप्त की हो। 

अथवा यदि उसने लोकसभा की 2% सीटों पर विजय प्राप्त की हो जो तीन विभिन्न राज्यों से हो।अथवा यदि उस दल को चार राज्यों में राज्य स्तरीय दल का दर्जा प्राप्त हो।

  • भारत में वर्तमान में राष्ट्रीय दलो की संख्या व नाम


भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित शर्तों के आधार पर राष्ट्रीय दलों की संख्या में बदलाव होता रहता है वर्तमान समय में राष्ट्रीय दलों की संख्या 8 है जिनकी स्थापना और चुनाव चिन्ह से संबंधित जानकारी निम्न प्रकार से है।


1.भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस स्थापना 28 दिसंबर 1885 को ब्रिटिश सरकार के पूर्व प्रशासनिक अधिकारी थियोसॉफिकल सोसायटी के सदस्य ए ओ ह्यूम के द्वारा की गई थी जिसका पहला अधिवेशन 25 से 28 दिसंबर 1885 को मुंबई के तेजपाल संस्कृत महाविद्यालय के विशाल सभागार में हुआ था । ज्ञात हो कि स्थापना के समय इस का चुनाव चिन्ह हाथ का पंजा नहीं होकर तिरंगे में चरखे का चिन्ह था।  
चुनाव चिन्ह-वर्तमान में इसका चुनाव चिन्ह हाथ का पंजा है।


2. भारतीय जनता पार्टी–  भारतीय जनता पार्टी की स्थापना 6 अप्रैल 1980 को की गई ज्ञात हो कि भारतीय जनता पार्टी का मूल जनसंघ पार्टी 1951 में देखा जाता है, 1977 में जनसंघ का कई दलों के साथ विलय हुआ और जनता पार्टी बना लेकिन 1980 में  जनता पार्टी भंग हो गई और 6 अप्रेल 1980 को भारतीय जनता पार्टी अस्तित्व में आई। 
चुनाव चिन्ह -इसका चुनाव चिन्ह कमल का फूल है।


3. बहुजन समाजवादी पार्टी -सार्वभौमिक न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के सर्वोच्च सिद्धांतों की सोच लेकर एक दल की स्थापना 14 अप्रेल 1984 को हुई इस दलका नाम  बहुजन समाजवादी पार्टी है। ज्ञात हो कि इस पार्टी के संस्थापक काशीराम जी थे। 
चुनाव चिन्ह- इस पार्टी का चुनाव चिन्ह नीले रंग केे पृष्ठभूमि पर सफेद रंग का हाथी का चिन्ह अंकित है।


4. भारतीय साम्यवादी दल – साम्यवादी विचारधारा के आधार पर निर्मित भारतीय साम्यवादी दल /भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी भारत का एक साम्यवादी दल है। इस दल की स्थापना 26 दिसम्बर 1925 को कानपुर नगर में हुई थी। ज्ञात हो कि भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी की स्थापना एम एन राय ने की। 
चुनाव चिन्ह– हंसिया तथा बाली है।


5. साम्यवादी दल (मार्क्सवादी)– साम्यवादी दल के विखंडन के परिणाम स्वरूप 7 नवम्बर 1964 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी की स्थापना हुई ।इसकी स्थापना ई० एम० एस० डांगे ने की थी।
चुनाव चिन्ह-इसका चुनाव चिन्ह हथोड़ा हंसिया तथा तारा  है।


6. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- कांग्रेस पार्टी की पूर्व वरिष्ठ सदस्य शरद पवार तारिक अनवर और पी ए संगमा के द्वारा कांग्रेस पार्टी से अलग होकर 10 जून 1999 को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की स्थापना की गई, ज्ञात हो कि पीए संगमा ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से अलग होकर अपनी अलग पार्टी गठित कर ली थी।
चुनाव चिन्ह– राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का चुनाव चिन्ह घड़ी है ।


7. अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस– भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अलग होकर पश्चिम बंगाल की वरिष्ठ नेता ममता बनर्जी ने 1 जनवरी 1998 को तृणमूल कांग्रेस की स्थापना की। इस पार्टी का चुनाव चिन्ह फल तथा घास है। 2 सितंबर 2016 को भारतीय चुनाव आयोग द्वारा मूल कांग्रेस को राष्ट्रीय राजनीतिक दल की मान्यता प्रदान की थी।


8. नेशनल पीपुल्स पार्टी- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख संस्थापक माने जाने वाले शरद पवार तारिक अनवर और पीए संगमा थे नेशनल पीपुल्स पार्टी से पी ए संगमा को निष्कासित कर दिया गया था इसके पश्चात उन्होंने जुलाई 2012 को नेशनल पीपल्स पार्टी का गठन का ऐलान किया और जनवरी 2013 को यह पार्टी अस्तित्व में आई।
चुनाव चिन्ह– नेशनल पीपुल्स पार्टी का चुनाव चिन्ह पुस्तक है।

  • राज्य स्तरीय दल और उनकी मान्यता की शर्तें


भारतीय निर्वाचन आयोग के द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार भारत में कुल 54 राज्य स्तरीय राजनीतिक दल।किस राजनीतिक दल को राज्य स्तरीय दल के रूप में मान्यता तब दी जाती है जब वह…


(1) यदि उस दल ने राज्य की विधानसभा के आम चुनाव में उस राज्य से हुए कुल वैध मतों का कम से कम 6% मत प्राप्त किया हो तथा इसके अतिरिक्त उसने संबंधित राज्य में कम से कम 2 स्थान प्राप्त किया हो।


(2)  यदि वह दल राज्य की लोकसभा के लिए हुए आम चुनाव में उस राज्य से हुए कुल वैध मतों का कम से कम 6% मत प्राप्त करता है तथा इसके अतिरिक्त उसने संबंधित राज्य में लोकसभा की कम से कम 1 सीट प्राप्त की हो।


(3) यदि उस दल ने राज्य की विधानसभा के कुल स्थानों का 3% या 3 सीटें जो भी ज्यादा हो प्राप्त किए हो।


(4) यदि प्रत्येक 25 सीट में से उस दल ने लोकसभा की कम से कम 1 सीट जीती हो या लोकसभा के चुनाव में उस संबंधित राज्य में उसे विधानसभा से कम से कम इतनी सीटें प्राप्त की हो।


(5)एक शर्त यह है कि यह राज्य पार्टी के रूप में मान्यता के लिए पात्र होगा यदि यह राज्य में कुल वैध मतों का 8% या अधिक प्राप्त करता है।

  • राज्य स्तरीय पार्टियों की संख्या और उनके नाम

(1) आम आदमी पार्टी, 2012 में स्थापना  ,(2) जनता दल यूनाइटेड, स्थापना 2003  (3) जनता दल सेक्युलर स्थापना 1999 (4) अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम, स्थापना 1972 (5)द्रविड़ मुनेत कड़गम,स्थापना 1949 

(6) नागा पीपुल्स फ्रंट स्थापना 2002 (7) पटाली मक्कन काची, स्थापना 1989 (8) राष्ट्रीय जनता दल स्थापना, 1997 (9) क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी, स्थापना 1940 (10) तेलंगाना राष्ट्र समिति, स्थापना 2001 

(11) तेलुगू देशम पार्टी सपना 1982 (12) युवजना श्रमिका रायथू पार्टी ,स्थापना 2011 (13) ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, स्थापना 1939 (14) ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन,स्थापना 1958 (15) अखिल भारतीय एनआर कांग्रेस, स्थापना 2011 

(16) ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट, स्थापना 2005 (17) अखिल झारखंड छात्र संघ, स्थापना 1986 (18) असम गण परिषद, स्थापना 1985 (19) बीजू जनता दल स्थापना 1997 (20) बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट, स्थापना 2005 

(21) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) स्थापना 1974 (22) देसिया मुर्पोक्कू,स्थापना 2005 (23) गोवा फॉरवर्ड पार्टी, स्थापना 2016 (24) स्टेट पार्टी 1968 (25) इंडियन नेशनल लोकदल, स्थापना 1996 

(26) इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग स्थापना 1948 (27) एडीजी स्थापना 2009 (28) जम्मू और कश्मीर राष्ट्रीय सम्मेलन स्थापना 1932 (29) जम्मू और कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी स्थापना 1982 (30) जम्मू और कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी स्थापना 99 

(31) जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़, स्थापना 2016 (32) जननायक जनता पार्टी, स्थापना 2018 (33) झारखंड मुक्ति मोर्चा, स्थापना 1972 (34) केरल कांग्रेस,स्थापना 1979 (35) लोक जनशक्ति पार्टी, स्थापना सन 2000 

(36) महाराष्ट्र नवनिर्माण,सेना स्थापना 2006 (37) महाराष्ट्र वादी गोमांतक पार्टी, स्थापना 1963 (38) मिजो नेशनल फ्रंट, स्थापना 1961 (39) मिजोरम पीपुल्स कांफ्रेंस, स्थापना 1975 (40) नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी, स्थापना 2017 

(41) पीपुल्स डेमोक्रेटिक एलाइंस, स्थापना 2012 (42) पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट,स्थापना 2017 (43) पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल, स्थापना 1977 (44) राष्ट्रीय लोक दल,स्थापना 1996 (45) राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, स्थापना 1999 

(46) राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, स्थापना 2020 (47) समाजवादी पार्टी,स्थापना 1993 (48) शिरोमणि अकाली दल, स्थापना 1920 (49) शिवसेना, स्थापना 1966 (50) सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट, स्थापना 1993 

(51) सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा, स्थापना 2013  (52) यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी, स्थापना 1997 (53) यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल, स्थापना 2015 (54) जोरम नेशनलिस्ट पार्टी, स्थापना 1997

  • पंजीकृत और गैर मान्यता प्राप्त दल 

सितंबर 2021 तक है भारतीय चुनाव आयोग में पंजीकृत और गैर मान्यता प्राप्त दलों की संख्या 2797 है । राजनीतिक दलों के निर्माण और उनकी मान्यता की शर्तों के आधार पर उसकी आंखों में समय-समय पर बदलाव हो सकता है अधिक जानकारी के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग की वेबसाइट https://eci.gov.inपर विजिट जरूर करें।

13 thoughts on “भारत में कुल कितने राष्ट्रीय दल और क्षेत्रीय दल है ? राष्ट्रीय दलों के नाम क्या है ?”
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