काव्य: नकाब
चाहत दिलों में हो तो झलकती जरुर है!!खिलती है जब कली तो महकती जरुर है!! रखिये हज़ार बंदिशें अमानत को इश्क की,लेकिन ये अश्क बन के छलकती जरुर है !…
(M.A. B.ED, NET, SET, Ph.d, LL.B)
चाहत दिलों में हो तो झलकती जरुर है!!खिलती है जब कली तो महकती जरुर है!! रखिये हज़ार बंदिशें अमानत को इश्क की,लेकिन ये अश्क बन के छलकती जरुर है !…
हर मुलाकात पर वक्त का तकाज़ा हुआ,हर याद पे दिल का दर्द ताजा हुआ!सुनी थी सिर्फ हमने गज़लों मे जुदाई की बातें,अब खुद पे बीती तो हकीकत का अंदाजा हुआ।…
शब्द ब्रह्म हूँ अजर अमर स्फोट अविनाशी ,परा पश्यंती मध्यमा बेख़री व्योम का वासी! बादलो की गरजन वेणु की मधुर धुन में हूँ ,तबले की थाप में गायक की हर…
शब्द ब्रह्म हूँ अजर अमर स्फोट अविनाशी ,परा पश्यंती मध्यमा बेख़री व्योम का वासी! बादलो की गरजन वेणु की मधुर धुन में हूँ ,तबले की थाप में गायक की हर…
एक पल का एहसास बन कर आती हो तुम ,दूसरे ही पल ख़्वाब बन उड़ जाती हो तुम ! जानती हो लगता हैं डर मुझे तन्हाइयों से ,फिर भी हर…
एक बार सभी आइने अपनी उपेक्षा से दुखी होकर मृत्यु लोक से विदा लेकर स्वर्ग लोक में चले गए ! वहां सृष्टी के निर्माता ब्रम्हा जी को अपनी व्यथा सुनाने…
रात रुक जाने की फरियाद करते रह गये, वो अनमने से भाव लिए सुबकते रह गये! दिल में बड़ी ख्वाहिशें संजोये उनकी तरफ से, हम से बेहतर कोई मिला शायद…
देख सखी उमड़ घुमड़ बदरा आये ,लगे यू ज्यों परदेशी पिया घर आये !सखी बिजुरियाँ चमक रही घन माही,साजन ढूंढ रहे अपनी प्यारी सजनी ! उमड़ घुमड़ बदरा बरखा बरसाए…
बारिश की नन्ही बूंदे छमछम करत बरसत ,मन हरषत उपवन पिक मधुर गीत सुनावत! ताल तलैया हिलोरत कलरव गान करत खग,हरित धानी चुनर ओढ़ नवोढ़ा सजी बहुरंग! भँवरे मंडराते कलियां…
है वो गजब की बला मिर्ची से तीखी बहुत, फिर भी वो हर अंदाज में मुझे भाती बहुत! अब उससे कोई उम्मीद नही किया करता, करके कुछ उपकार मुझ पे…
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