Month: December 2025

राधे गोविन्द प्रभात वन्दन

शंभू कंठ सम सागर नीला आकाश , उभय मिलन मानो क्षितिज अभ्यास! श्वेत पट्टिकाएं सोहे ज्यों निहारिकाएँ अम्बर भाल त्रिपुण्ड विलसती उल्काएँ! अम्बर मेघ मल्हार उमड़ घुमड़ आये, सखि पिया…

काव्य/कविता/मुक्तक “महकती ज़ुल्फ़”

वो महकती ज़ुल्फ़ घनेरी कजरे गहरे नयन,सुर्ख गुलाबी होंठ धवल चांदनी गोरा बदन ! तारों भरी रात मलयज महकी बहती बयार,उसकी पायल की रुनझुन वीणा की झंकार! कस्तूरी मृग सा…

अच्छी आदते बालक के सुखद भविष्य निर्माण का माध्यम

अच्छी आदत बालक के सुखद भविष्य का निर्माण तय करती है बिल्कुल! अच्छी आदते बालमन के विचारों को जीवन के कर्मिक विकास में एक नई दिशा प्रदान करते है जिससे…

काव्य/कविता/मुक्तक/-“तेरे इन लबो..”

इतरा रहा है गेसुओं की खुशबू पाकर खत तेरा,गेसुओं को खुला रख लिखा होगा खत तूने! चाय सी गुनगुनी गर्माहट है तेरे इन लबों में ,जाड़े का मौसम हैं जरा…

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