गजल/शायरी:”यूँ चुप न रहो”
यूँ चुप न रहोअच्छा बुरा चाहे कुछ तो बोलो,मेरी खता नादानियां शिकवे कुछ तो बोलो ! सनम गम नाजुक जहन में दबाकर न रखो,कोई सुन न ले होले होले से…
(M.A. B.ED, NET, SET, Ph.d, LL.B)
यूँ चुप न रहोअच्छा बुरा चाहे कुछ तो बोलो,मेरी खता नादानियां शिकवे कुछ तो बोलो ! सनम गम नाजुक जहन में दबाकर न रखो,कोई सुन न ले होले होले से…
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