@ गोविंद नारायण शर्मा
देखो भाई आज जानवरों ने सभा बुलायी हैं,
मोर पपीहा गिलहरी चश्मा पहन आयी हैं !
पिपीलिका ब्रांडेड हाई हील चप्पल में आयी हैं,
चींटे को डोनाल्ड ट्रम्प की टाई पहना संग लायी हैं !
बन्दर मामा मामी बन्दरिया ठुमक इठलाई हैं,
लाल रंग लहरिया साड़ी में दुल्हन सी सजी हैं !
तोता मैना की जोड़ी सब के मन को भायी हैं ,
लाल चन्चु हरे पंख गले में लाल कंठी पहनाई हैं !
हाथी हथिनी मस्त झूमते कानों से पंखा झलते हैं,
उज्ज्वल से दो दांत सूंड सब के मन को भायी है!
सफेद खरगोश अपने को बड़ा लीडर मान रहा,
जंगल के राजा शेर को कुँए में छलांग लगवायी!
गणपति वाहन नन्हे मूषक कर जोड़ खड़े हैं,
बिल्ली मौसी के डर से सहमा कोने में दुबक रहे!
चतुर सियार लोमड़ी ने चाल मिलकर चली हैं,
ओढ़ी खाल शेर की आदत भोंकने की कहाँ गयी है!
पालतू कुत्ता वफादारी की शान बिखेरता हैं ,
विधि का विधान रोटी को दर दर भटकता है!
नीरक्षीर विवेक हंसो का जोड़ा पीछे बैठा हैं,
नन्ही गौरेया फुदक फुदक मन को हरसाई हैं!
मोर मोरनी नीले रंग में संवर तुर्रा लगा आये हैं,
मोर पंख बने किरीट पहने गिरिवर धारी हैं!