Month: March 2025

काव्य: नकाब

चाहत दिलों में हो तो झलकती जरुर है!!खिलती है जब कली तो महकती जरुर है!! रखिये हज़ार बंदिशें अमानत को इश्क की,लेकिन ये अश्क बन के छलकती जरुर है !…

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